राजा मानसिंह संगीत विश्विद्यालय में हुआ कथक साधना महोत्सव का आयोजन

Update: 2020-07-30 13:00 GMT

 ग्वालियर।  राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्विद्यालय के कथक नृत्य विभागद्वारा ऑनलाइन कथक महोत्सव काआयोजन किया गया। फेसबुक लाइव के माध्यम से यह आयोजन किया गया। महोत्सव में पहली प्रस्तुति एम ए चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा "पूजा मान्डिल द्वारा दी गई। पूजा ने नृत्य का आरंभ शिव श्लोक से किया ।जिसके बोल- "कर्पूर गौरम करुणावतारं संसारसारं भुजगेंद्रहारम् सदा वसंतम हृदयार विंदे भवन भवानी स्ऐतम नमामि। " उसके बाद तीन ताल 16 मात्रा में थाट, उठान,तोड़े और तिहाई प्रस्तुत की। अंत में भाव पक्ष में ठुमरी प्रस्तुत किया। यह ठुमरी संगीत सम्राट राजा चक्रधर सिंह द्वारा रचित है,जिसमें उन्होनें नवरसों का वर्णन किया है। जिसके बोल - " गोरी सलोनी तोरे नैना"।

महोत्सव में दूसरी प्रस्तुति एम.ए चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा पूजा कुशवाहा ने दी। छात्रा ने श्रीराम-स्तुति से शुरुआत की।  जिसके बोल- "नमामि भक्त वत्सलम् कृपालू शील कोमलं"। उसके बाद तीन ताल 16 मात्रा में थाट, उठान तोड़ा और तिहाई प्रस्तुत की, तत्पश्चात अंत में भाव पक्ष में ठुमरी प्रस्तुत की जिसके बोल-"रोको ना डगर मेरो श्याम"।महोत्सव का आयोजन कथक नृत्य विभाग की (विभगाध्यक्ष) डॉ अंजना झाने किया। कार्यक्रम के अन्त में उन्होंने कुलपति शिव शेखर शुक्ला  सहित सभी दर्शकों का आभर वयक्त किया।


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