अब ड्रग माफिया निशाने पर, नशे के लिए बदनाम ग्वालियर का नाम केन्द्र सरकार की सूची में

-केन्द्र ने प्रदेश सरकार को सौंपी जिलों की सूची

Update: 2020-12-12 02:15 GMT

-मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा, ड्रग माफिया को भेजें जेल

ग्वालियर, न.सं.। देश में ड्रग्स एवं नशीली वस्तु के कारोबार के लिए बदनाम पंजाब-हरियाणा के बाद अब मध्यप्रदेश भी इसका गढ़ बनता जा रहा है। जिसमें प्रदेश के कुछ चुनिंदा जिलों में ग्वालियर का नाम भी इस बदनाम कारोबार में शामिल है। केन्द्र द्वारा प्रदेश सरकार को भेजी जिलों की सूची में ग्वालियर का नाम भी है, जहां ड्रग्स एवं नशीली वस्तु का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसका जिक्र किया और अधिकारियों को सीधे तौर पर कहा कि ड्रग माफिया को किसी भी स्थिति में न बख्शें। लोगों के जीवन में जहर घोलने वालों को सलाखों के पीछे भेजें।

मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि ड्रग्स एवं नशीली वस्तु का कारोबार करने वाले मानवता के दुश्मन हैं, इन्हें किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। प्रदेश में ड्रग माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके लिए विशेष अभियान चलाकर उनकी जड़ों पर प्रहार किया जाना चाहिए। इस अभियान में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि ड्रग्स और नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों के प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाए, वहीं नशा करने वाले बच्चों के प्रति सहानुभूति रखी जानी चाहिए तथा उन्हें स्नेह से नशे की लत छुड़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए। पुलिस उनके खिलाफ ज्यादती न करे। नशा करने वालों की नशे की लत छुड़ाने तथा उनके पुनर्वास के लिए प्रदेश के सामाजिक न्याय विभाग एवं स्वयंसेवी संगठनों का भी पूरा सहयोग लिया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार प्रदेश में नशा विरोधी अभियान चलाए जाने के संबंध में निवास पर उच्च अधिकारियों की एक बैठक ले रहे थे। यहां ग्वालियर कलेक्ट्रेट के वीडियो कॉफ्रेंसिंग कक्ष में संभागायुक्त आशीष सक्सेना, पुलिस महानिरीक्षक अविनाश शर्मा, जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

प्रदेश में चलेगा नशा विरोधी विशेष अभियान

देश में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भारत सरकार द्वारा आगामी 15 दिसंबर से 22 दिसंबर तक नशा विरोधी विशेष अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि इस संबंध में प्रदेश में सघन अभियान चलाया जाकर नशीली वस्तुओं का कारोबार करने वालों को नेस्तनाबूद कर दिया जाए। जांच में कुछ स्थानों पर जिम, पब, क्लब, कॉलेजों की कैंटीन, स्कूलों के आसपास ड्रग्स एवं नशीले पदार्थों की सप्लाई की कोशिश के मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस संबंध में सख्ती से कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रदेश में हुक्का लाउंज भी संचालित नहीं किए जाएंगे।

केन्द्र सरकार ने इन जिलों की सौंपी है सूची

केन्द्र सरकार के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा प्रदेश के 15 जिलों की सूची भिजवाई गई है, जहां नशीली वस्तुओं का कारोबार अधिक पाया गया है। ये जिले हैं ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, रतलाम, सतना, सागर, दतिया तथा रीवा। इसके अलावा विदिशा, पिपरिया, आगर-मालवा क्षेत्र भी संवेदनशील है। इन सभी क्षेत्रों में अधिक मामले सामने आए हैं।

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