मदाखलत अमले ने द्वार पर जड़ा ताला, कर्मचरियों को वापस लेने की मांग

फुटपाथ कारोबारियों ने दक्षिण विधानसभा के मदाखलत प्रभारी का किया विरोध

Update: 2020-10-22 01:00 GMT

ग्वालियर,न.सं.। नगर निगम के ग्रह-नक्षत्र कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। आए दिन निगम मुख्यलाय के साथ-साथ निगम के मुखिया का शहरभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। कुछ ऐसा ही बुधवार को एक बार फिर हुआ। 50 अस्थाई कर्मचारियों को हटाने के लिए देर-रात एक आदेश जारी हुआ। जिसके बाद सुबह मदाखलत अमले के कर्मचारियों ने निगम मुख्यालय के द्वार पर ताला जड़कर निगमायुक्त के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मामले की जानकारी जैसे ही निगमायुक्त को लगी तो उन्होंने कर्मचारियों से चर्चा करने बाहर आ गए और कर्मचारियों को वापस लेने का आश्वासन दिया।

उधर महाराज बाड़े के फुटपाथियों ने दक्षिण विधानसभा के मदाखलत प्रभारी शशिकांत शुक्ला के विरोध में महाराज बाड़े पर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। जिसके चलते बाड़े पर एक भी दुकानें नहीं लगी। वहीं फुटपाथ कारोबारियों के विरोध को देखकर दोपहर तक महाराज बाड़ा पूरी तरह से बंद रहा। मदाखलत अधिकारी शशिकांत शुक्ला पिछले कुछ समय से विवादित कार्यशैली को लेकर काफी चर्चित हो गए हैं। क्योंकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को शिकायत पर हटाने का दिखावा करने के बाद निगम के जिम्मेदारों ने उन्हें पुन: ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की कमान दे दी है। अनुसूचित जाति जन जाति मोर्चा के जिला महामंत्री संतोष गोडय़ाले के नेतृत्व में फुटपाथ कारोबारियों ने संभागीय आयुक्त के साथ-साथ जिलाधीश कौशलेन्द विक्रम सिंह के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया कि मदाखलत प्रभारी को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।

बालभवन के बाद होटल रमाया पर भी पहुंचे

दीपावली से पहले फुटपाथ कारोबारियों पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है। जिसके चलते फुटपाथ कारोबारियों ने पहले बालभवन पर धरना दिया लेकिन जब वहां बात नहीं बनी तो सभी कारोबारियों ने होटल रमाया पहुंचकर नारबाजी की। कुछ देर नारेबाजी करने के बाद फुटपाथ कारोबारी वापस चले गए।

मदाखलत अधिकारी शुक्ला से काफी परेशान

पहले महाराज बाड़ा क्षेत्र में अवैध वसूली की शिकायतों के चलते शुक्ला को हटा दिया गया था मगर फिर से शुक्ला ने ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का मदाखलत का प्रभार दे दिया गया है। बताया जा रहा है कि मदाखलत अमले के कर्मचारी भी मदाखलत प्रभारी की कार्यशैली से परेशान हैं। सूत्रों की मानें तो कर्मचारियों को मानस्कि तनाव दिया जाता है, जिसके चलते कर्मचारी अब विरोध करने लगे हैं।

इनका कहना है

मेरे पास जब पहले दक्षिण का प्रभार था तो किसी के ठेले नहीं लगने दिए थे। लेकिन मेरे आने से अब उनको यह लग रहा है कि ठेले नहीं लगेंगे। इनकी आड़ में कुछ लोग नेतागिरी कर रहे हैं। मुझे जो कार्य दिया गया है उसको पूरी ईमानदारी से निभाऊंगा।

शशिकांत शुक्ला, मदाखलत प्रभारी, नगर निगम 

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