टीटी नगर थाने में डिजिटल मालखाने की शुरुआत हुई है। यह मध्यप्रदेश का पहला ऐसा थाना है। इस पहल के शुभारंभ के अवसर पर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे। हालांकि, इस तरह की पहल दिल्ली पुलिस कमिश्ररेट प्रणाली में 2018 में शुरू हुई थी।
पुलिस के अनुसार यह मालखाना क्यूआर कोड आधारित होगा। इसके माध्यम से स्मार्ट ट्रैकिंग द्वारा केस प्रॉपर्टी का संग्रह, सुरक्षा और निगरानी ऑनलाइन की जा सकेगी। यह नवाचार डिजिटल इंडिया मिशन के तहत पुलिस को आधुनिक बनाने की एक अभिनव पहल है, जिसका उद्देश्य विभिन्न प्रकरणों में जप्त माल को रिकॉर्ड और संधारण करना है। यह पहल पारंपरिक मालखाना प्रणाली को बदलकर इसे आधुनिक स्तर पर ले जाएगी।
टीटी नगर थाने के लिए यह डिजिटल मालखाना एससीआरबी के माध्यम से शुरू किया गया है। इसके लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिसके जरिए प्रत्येक केस की एक विशेष आईडी और क्यूआर कोड जनरेट किया जाएगा। जांच और पर्यवेक्षण करने वाले अधिकारी इसे रियल टाइम में ऑनलाइन देख सकेंगे। इसी तरह, जप्तशुदा वाहन और अन्य जप्त संपत्ति पर बारकोड जनरेट कर चस्पा किया जाएगा।
डिजिटल मालखाना के लाभ
• अब अधिकारी देख सकेंगे कि किस अधिकारी ने कब माल निकाला और फिर उसे कब जमा किया।
• केस प्रॉपर्टी का सुरक्षित प्रबंधन सुनिश्चित होगा।
• डिजिटल ट्रैकिंग से जप्त संपत्ति के गुम होने या चोरी होने की संभावना कम होगी।
• इन संपत्तियों की निगरानी सीसीटीवी और बायोमैट्रिक प्रणाली से की जाएगी।
• न्यायालय में सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी से लेकर कोई भी व्यक्ति संपत्ति का ट्रेस कर सकेगा।
• जप्त संपत्ति के संधारण में ऑडिट और निरीक्षण करना आसान होगा।
अफसर क्या कहते हैं
"अगर हमें न्याय और सुरक्षा व्यवस्था को 21वीं सदी की गति के साथ आगे बढ़ाना है, तो डिजिटल मालखाना जैसी तकनीकों को अपनाना समय की मांग है।"
- हरिनारायण चारी मिश्र, पुलिस कमिश्नर, भोपाल शहर