कुर्सी छोड़कर रिश्वत लेने ऑफिस से बाहर आए 'साहब', रकम जेब में रखते ही हो गया 'कांड'

नरसिंहपुर में जबलपुर लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए को-ऑपरेटिव इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

Update: 2025-12-11 15:17 GMT

नरसिंहपुरः मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोर कर्मचारियों, अधिकारियों पर जांच एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके बाद भी है कि सरकारी विभागों में पदस्थ अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला नरसिंहपुर से सामने आया है। यहां लोकायुक्त ने सहकारिता इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है।

दरअसल, मामला जिले के प्रशासन कार्यालय उपायुक्त सहकारिता विभाग का है।ऑफिस में पदस्थ सहकारिता इंस्पेक्टर संजय दुबे (55) के रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। उनके खिलाफ सिमरिया समिति के सहायक प्रबंधक देवी पिता रामप्रसाद तिवारी ने शिकायत दर्ज कराई थी।

वेतन जारी करने के लिए मांगी रिश्वत

देवी तिवारी ने लोकायुक्त में शिकायत करते हुए बताया कि उनको अक्टूबर तथा नवम्बर माह का वेतन नहीं मिला था। सैलरी जारी करने के लिए प्रशासन कार्यालय उपायुक्त सहकारिता नरसिंहपुर से संपर्क किया था। यहां के इंस्पेक्टर ने वेतन जारी करने के लिए तीन हजार रुपए रिश्वत में मांगे थे।

रिश्वत लेकर बुलाया था ऑफिस के बाहर

पीड़ित की शिकायत पर जब लोकायुक्त ने जांच कराई तो मामला सही पाया गया। इसके बाद आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। इंस्पेक्टर ने गुरुवार के दिन पीड़ित को रिश्वत लेकर उपायुक्त कार्यालय के बाहर बुलाया था। तय प्लान के अनुसार पीड़ित रिश्वत लेकर सहकारिता निरीक्षक के ऑफिस के बाहर पहुंचा।

रिश्वत जेब में रखते ही हो गया कांड

सहकारिता निरीक्षक रिश्वत की रकम लेने के लिए ऑफिस के बाहर आए उन्होंने पीड़ित ने घूस की रकम को लेकर जैसे ही जेब में रखा उसी समय पास में मौजूद लोकायुक्त की टीम ने दबोच लिया।

लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत की रकम लेकर आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। साथ ही आगे की आवश्यक कार्रवाई कर रही है।

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