बहनोई के बाद राज्यमंत्री का भाई गिरफ्तार: 46 किलो गांजा के साथ अनिल बागरी पकड़ा
सतना में पुलिस ने अनिल बागरी को 46 किलो गांजा और कार के साथ पकड़ा, ड्रग नेटवर्क की जांच जारी है।
सतना। उत्तर प्रदेश के बांदा में अंतरराज्यीय नशा तस्कर गैंग पकड़े जाने के बाद अब मामला सीधे प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री के परिवार तक पहुंच गया है। बांदा में राज्यमंत्री के बहनोई की गिरफ्तारी के बाद अब उनके भाई अनिल बागरी भी गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
सतना में बड़ी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, बांदा जिले में कुछ दिन पहले पुलिस ने एक अंतरराज्यीय नशा तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ कर 5 आरोपियों को पकड़ा था, जिनमें मध्यप्रदेश सरकार के एक राज्यमंत्री के बहनोई भी शामिल थे। सतना पुलिस ने सोमवार को अनिल बागरी को उसके एक साथी के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। रामपुर बाघेलान थाने के टीआई संदीप चतुर्वेदी की टीम ने यह कार्रवाई की। टीम को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि बड़ी खेप किसी वाहन से निकाली जाने वाली है, जिस पर हाईवे पर नाकाबंदी कर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग शुरू की गई।
कार से मिला 46 किलो गांजा
पुलिस के अनुसार, अनिल बागरी अपने साथी के साथ कार नंबर एमएच 49 बीबी 9699 से गांजे की खेप ठिकाने लगाने के लिए निकला था। पुलिस ने घेराबंदी कर वाहन रोका तो उसमें से भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ। जांच के दौरान कार से करीब 46 किलो गांजा मिलने की पुष्टि हुई, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। दोनों आरोपियों को मौके पर ही हिरासत में लेकर थाने लाया गया और पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें सेंट्रल जेल भेज दिया।
आरोपियों के तार बांदा जेल तक पहुंचे
इस मामले में पुलिस ने पहले से ही बांदा जेल में बंद शैलेन्द्र सिंह को भी आरोपी बनाया है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बांदा में पकड़े गए गैंग और सतना में हुई तस्करी की इस कड़ी का आपस में लिंक है, जिसको लेकर पुलिस अब कॉल डिटेल, बैंक लेन‑देन और पुराने केस खंगालने में जुटी है।