भोपाल पुलिस का नवाचार: सड़क हादसों में घायलों से पूछेगी वजह, तैयारी करेगी रिपोर्ट
राजधानी की सड़कों पर होने वाले हादसों की अब सिर्फ एफआईआर रिपोर्ट नहीं बनेगी, बल्कि पुलिस घटना की बारीकी से जांच करेगी। पुलिस हर सड़क हादसे की तह में जाकर चूक के कारणों का पता लगाएगी। जांच में सड़क की इंजीनियरिंग, वाहन की फिटनेस, ट्रैफिक नियमों का पालन या लापरवाह ड्राइविंग जैसी वजहों का पता घायलों से लगाया जाएगा, जिससे कि पुलिस घटना में बताए गए बिंदुओं पर सुधार कर सके।
पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी के निर्देश पर भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने यह नवाचार शुरू किया है। इसके तहत हर दुर्घटना के बाद मौके का सूक्ष्म निरीक्षण कर स्पेशल रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इससे न केवल आगे की रोकथाम के उपाय तय होंगे, बल्कि शहरवासियों को भी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा।
केस स्टडी की तरह
ट्रैफिक पुलिस की इस नई व्यवस्था में हर सड़क हादसे को सिर्फ आंकड़े के लिए नहीं, बल्कि एक केस स्टडी की तरह देखा जाएगा। घायलों से पूछताछ में हादसे स्थल पर डिवाइडर या कट प्वाइंट, अंधा मोड़, ब्रेकर की स्थिति, सड़क पर गड्ढे, रोड की इंजीनियरिंग में खामी, लाइटिंग की कमी या साइनबोर्ड की अस्पष्टता, वाहन की फिटनेस, ब्रेक सिस्टम, टायर की स्थिति, लाइट्स, चालक द्वारा हेलमेट और सीटबेल्ट का उपयोग, ट्रैफिक सिग्नल का पालन आदि बिंदुओं की जांच की जाएगी।
इनका कहना है
भोपाल पुलिस टीम ने एक नवाचार शुरू किया है। अब सड़क दुर्घटनाओं की केवल तकनीकी जांच नहीं होगी, बल्कि हादसे में घायलों से बातचीत करके उनकी राय और बयान, साथ ही सीसीटीवी कैमरों की फुटेज आदि के आधार पर साक्ष्य एकत्रित किए जाएंगे।
- बसंत कौल, एडिशनल डीसीपी, ट्रैफिक पुलिस, भोपाल