भारत में प्राइवेट सेक्टर के लिए खुला अंतरिक्ष का रास्ता, जानें कैसे

Update: 2020-05-16 14:01 GMT

नई दिल्ली। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कई सेक्टर्स के लिए सुधारों की घोषणा की। वित्त मंत्री ने इस दौरान स्पेस सेक्टर से जुड़ी गतिविधियों में निजी क्षेत्र को भी शामिल करने की घोषणा की। अभी तक भारत में इसरो ही अंतरिक्ष से जुड़े मिशन को अंजाम देता था। सरकार के इस फैसले से निजी कंपनियां भी सैटेलाइट लॉन्च कर पाएंगी।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को सह यात्री बनाया जाएगा। उन्हें सैटेलाइट लॉन्च और अंतरिक्ष आधारित दूसरी सेवाओं में बराबर का मौका दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें उचित नियामक और माहौल उपलब्ध कराया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि क्षमता विकास के लिए प्राइवेट सेक्टर को इसरो की सुविधाओं का इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाएगी। भविष्य में ग्रहों की खोज और दूसरे ग्रहों की यात्रा को भी प्राइवेट सेक्टर के लिए खोला जाएगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की चौथी किस्त में कोयला, खनिज, रक्षा उत्पादन, नागरिक उड्डयन क्षेत्र, केंद्र शासित प्रदेशों में बिजली वितरण कंपनियों, अंतरिक्ष क्षेत्र और परमाणु ऊर्जा क्षेत्र के संरचनात्मक सुधारों पर कई घोषणाएं की। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनो वायरस महामारी के मद्देनजर लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन से प्रभावित अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों को राहत देने के लिये सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लगभग 10 प्रतिशत यानी 20 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की इस सप्ताह की शुरुआत में घोषणा की।

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