वृंदावन: बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में चल रही दस दिवसीय सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का समापन रविवार को ठा. बांकेबिहारी जी के दर्शन एवं पूजा-अर्चना के साथ हुआ। पदयात्रा में लाखों लोगों ने भाग लेकर हिंदू एकता का संदेश दिया। हजारों श्रद्धालु ठा. बांकेबिहारी मंदिर पहुंचे और ठाकुर जी के दर्शन कर पदयात्रा के समापन का साक्षी बनकर स्वयं को धन्य महसूस किया।
मुख्यमंत्री ने भी लिया भाग
पदयात्रा के वृंदावन पहुंचने से पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी सहभागिता की। वे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ कदमताल करते हुए दिखे और सड़क पर बैठकर संतों के साथ भोजन ग्रहण किया।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का उत्साह भी देखने योग्य था। पैरों में छाले और बिगड़ी तबियत के बावजूद वे नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे:
"अरे हिंदुओ जागो रे… जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं… जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई…"
समापन सभा और पांच विशेष संकल्प
पदयात्रा वृंदावन पहुंची तो धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भावुक हो गए और उनकी आंखों से खुशी के आंसू बहने लगे। छटीकरा-वृंदावन मार्ग स्थित चार धाम मंदिर के समीप बने विशाल सभा स्थल पर लाखों सनातनियों ने शिरकत की। मंच पर ब्रज के प्रमुख मंदिरों के सेवायत, तुलसी पीठाधीश्वर जगदुरु रामभद्राचार्य महाराज, अन्य संत एवं धर्माचार्य मौजूद थे।
सभा में शंखध्वनि के साथ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और अन्य संतों का स्वागत किया गया। सात ब्राह्मणों ने आरती और मंगलकामना की। मंच पर गंगा-यमुना की आरती भी हुई।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी संतों को पटुका ओढ़ाकर स्मृति चिन्ह भेंट किया और आशीर्वाद लिया।
सनातनियों से पांच विशेष संकल्प लेने का आह्वान किया
1. जुड़ो और जोड़ो हर व्यक्ति पांच परिवारों।
2. साधु-संतों का मंडल, साधु-संत समाज की धुरी हैं, उन्हें एक मंच पर लाया जाए।
3. घर वापसी अभियान – बिछड़े हुए सनातनियों को धर्म में वापस बुलाओ।
4. मांस-मदिरा पर प्रतिबंध – भारत के सभी तीर्थों में मांस-मदिरा की बिक्री और सेवन पर रोक।
5. भगवा अभियान – हर घर पर भगवा धर्मध्वज लहराया जाए।
इन संकल्पों को उपस्थित सनातनियों और भक्तों ने उत्साहपूर्वक समर्थन किया।
संतों और नेताओं के विचार
जगदुरु रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि अब हिंदू जाग गया है और शीघ्र दिल्ली से कश्मीर तक हिंदू एकता पदयात्रा निकाली जाएगी। समान नागरिक संहिता की मांग भी की जाएगी।
आचार्य रामचंद्र दास ने कहा, “हमने बदली अयोध्या, बदली काशी, अब मथुरा की बारी है।”
विधायक श्रीकांत शर्मा और देवकीनंदन ठाकुर जी ने भी पदयात्रा की सराहना की और भविष्य के उद्देश्य बताए।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदू एकता से भारत में दंगा नहीं, गंगा बहेगी। उन्होंने आगे कहा कि पदयात्रा को पूरा कराने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोग प्रदान किया और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा।
मंदिर में भव्य समापन
सभा के बाद पदयात्रा ठा. बांकेबिहारी मंदिर की ओर बढ़ी। मंदिर पहुंचकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ठाकुर जी के दर्शन, दीप प्रज्वलन एवं विधिवत पूजा-अर्चना की। मंदिर के सेवायत गोस्वामियों ने उन्हें प्रसादी अंगवस्त्र, मुरली और छप्पनभोग का विशेष प्रसाद भेंट किया।