खुलासा: फर्जी डॉक्टरके प्रयागराज स्थित मकान में मिला आधार कार्ड का जखीरा, नकली सीलें और प्रिंटर जब्‍त…

नकली डॉक्टर घर में ही बनाता फर्जी दस्तावेज

Update: 2025-04-12 15:44 GMT

दमोह (दिनेश चौबे) - जिले के ईसाई मिशनरी अजय लाल के मिशन अस्पताल में 7 हृदय रोगियों की मौत के मामले में जांच तेज हो गई है। एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने आरोपी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ एनजॉन केम का पोलीग्राफी टेस्ट कराने के लिए पीएचक्यू को पत्र लिखा है।

जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। प्रयागराज में आरोपी के घर से नकली दस्तावेज बनाने का सामान मिला है। कई आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं। आरोपी ने वहां पूरी लैब बना रखी थी।

कानपुर में आरोपी के परिवार से पूछताछ में पता चला कि वह 1998 तक वहीं रहा। एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद वह वहां से चला गया। स्कूल के रिकॉर्ड में उसका नाम नरेंद्र यादव और पिता का नाम गया बहादुर यादव दर्ज है। उसने निजी नौकरी करके अपनी पढ़ाई का खर्च उठाया था।

जांच में एक और अहम जानकारी सामने आई है। 2013 में नोएडा के कैलाश अस्पताल में भी आरोपी के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों का मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद वह वहां से फरार हो गया। संभवतः इसी कारण उसने अपना नाम बदला। नोएडा पुलिस सोमवार तक संबंधित दस्तावेज उपलब्ध करा देगी।

एसपी ने मामले की गहन जांच के लिए चार से पांच अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। उन्होंने कहा कि पोलीग्राफ टेस्ट कोर्ट में सबूत नहीं माना जाता, लेकिन यह जांच को सही दिशा देने में मदद करेगा।

सीएमएचओ से भी बात की गई है। एफआईआर में शामिल दो अन्य लोगों में किसके नाम जोड़े जाएंगे इसकी जानकारी सीएमएचओ बताएंगे अभी तक यह पता चला है कि आरोपी ने नरसिंहपुर, जबलपुर और बिलासपुर में काम किया है लेकिन वहां पर इसका कोई भी विवादित रिकॉर्ड नहीं मिला है।

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