ग्वालियर। चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा 17 दिसंबर को कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम पर एमपीसीसीआई सुदर्शन क्रिकेट कॉर्निवल का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए छह पदाधिकारियों और दो सदस्यों की कप्तानी में आठ टीमें बनाई गई है। प्रत्येक में 15-15 खिलाड़ी रहेंगे। इन खिलाडिय़ों से तीन तीन हजार रुपए लेकर एंट्री दी गई है। इस बीच लोहिया बाजार के एक सदस्य नीतिश जैन ने एक टीम में 15 खिलाड़ी रखे जाने का यह कहकर विरोध किया कि क्या मैं टीम में पानी पिलाने के लिए हूं। उनके पत्र के बाद चैंबर ने उनकी भावनाओं को समझते हुए पैसे वापस करने का निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि चैंबर द्वारा प्रति वर्ष दीपावली के उपलक्ष्य में दीपावली मेला आयोजित किया जाता है। इस कड़ी में 17 से 19 दिसंबर तक यह आयोजन होने जा रहा है। पहले दिन क्रिकेट कार्निवल होगा। इसके लिए कप्तान बनने के लिए 25 हजार रुपए की राशि निर्धारित की गई। लेकिन दो सदस्यों द्वारा रुचि दिखाए जाने पर छह पदाधिकारियों को कप्तान बनाना पड़ा। खास बात यह रही कि क्रिकेट कार्निवल की ट्रॉफी का प्रायोजक नहीं मिलने पर संयुक्त अध्यक्ष हेमंत गुप्ता ने ढाई लाख रुपए देकर यह ट्राफी अपनी मां के नाम कराई, वहीं अन्य पांच खिलाडिय़ों को एक एक लाख रुपए देना होंगे।
क्रिकेट खेलने के लिए सदस्यों के नाम आमंत्रित करने पर 120 सदस्यों ने राशि जमा कराई जिस कारण से एक टीम में 15 खिलाड़ी रखना पड़ रहे हैं।बस कुछ सदस्य इसी बात का विरोध कर रहे हैं कि क्रिकेट टीम में 15 खिलाडिय़ों का क्या काम ? क्योंकि आठ ओवर की जगह 10 ओवर के किए मैच में न तो 15 खिलाड़ी गेंद डाल पाएंगे और न ही यह सभी बल्लेबाजी कर पाएंगे। इसे लेकर लोहिया बाजार के व्यापारी द्वारा आपत्ति दर्ज कराए जाने पर चैंबर के मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल ने फोन लगाकर उनसे चर्चा की। सदस्य द्वारा इस तरह 15 खिलाडिय़ों के बीच मैच खेलने से इंकार करने पर उनकी तीन हजार रुपए की राशि वापस कर दूसरे खिलाड़ी को जोड़ा गया है।नीतिश जैन का कहना है कि चेंबर ने क्रिकेट का व्यवसायीकरण कर दिया है।15 खिलाडिय़ों को रखना यही दर्शाता है।