दीपावली पर अस्पताल में भी रहेगा अलर्ट, चिकित्सक 24 घंटे रहेंगे उपलब्ध

अधिष्ठाता ने दिए विभाग अध्यक्षों को निर्देश

Update: 2023-11-12 02:30 GMT

ग्वालियर, न.सं. । दीपावली के मद्देनजर सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही चिकित्सक की ड्यूटी भी लगा दी गई हैं। अस्पतालो में पलंग भी आरक्षित कर दिए गए हैं और दीपावली की रात चिकित्सकों को 24 घंटे ऑन कॉल उपलब्ध रहना होगा। जिससे अगर किसी हादसे में कोई घायल होकर अस्पताल पहुंचता भी है तो उसे तत्काल उपचार मिल सकेगा। इसको लेकर गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अक्षय निगम ने सभी विभागों के विभागाध्यक्षों को सर्तक रहने के लिए निर्देश दिए हैं।

दरअसल दीवाली के दिन बड़ी संख्य में पटाखों और आग से जलने के कारण मरीज अस्पताल पहुंचते हैं। इनमें अधिकतर लोगों की हालत बेहद गंभीर होती हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए अधिष्ठाता डॉ. निगम ने शनिवार को सभी विभागों के विभागाध्यक्षों को अर्लट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही बर्न यूनिट में अतिरिक्त पलंगों की व्यवस्था कर दी । जिससे घटना के दौरान अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को कोई परेशानी न हो। इसी तरह ट्रॉमा सेन्टर व बर्न यूनिट में भी सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने के लिए कहा है। डॉ. निगम ने बताया कि नेत्र चिकित्सक, प्लास्टिक सर्जन, नेत्र सर्जन, आथोर्पेडिक सर्जन, सर्जरी के चिकित्सक की 24 घण्टे ऑन कॉल ड्यूटी दीपावली एवं उसके अगले दिन तक लगाई गई है। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. राजौरिया ने भी सभी अस्पतालों के प्रभारियों को भी निर्देश जारी कर व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने के निर्देश दिए हैं।

108 रहेंगी तैयार, तत्काल पहुंचेगी मौके पर

आपातकालीन सेवा 108 को भी तैयार रहेंगी। 108 के प्रभारी गोपाल नेगी का कहना है कि जिले में 26 एम्बुलेंस हैं। उन्होंने बताया कि सभी एम्बुलेंस में पर्याप्त दवाओं का स्टाफ उपलब्ध करा दिया गया है। इसके अलावा चालाकों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कही से भी फोन आता है तो तत्काल मौके पर पहुंचे।

पटाखे जलाते समय बरते सावधानी, बच्चों को रखें दूरे

दीपावली के दिन पटाखे जलाते समय सावधानी बरतें और छोटे बच्चों को आतिशबाजी से दूर रखे। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के डॉ. रवि अम्बे ने बताया कि पटाखों के शोर से बच्चों बचा कर रखें, जहां तक हो सके कम आवाज के ही फटाके चलाएं। इसके अलावा आतिशबाजी के दौरान आंखों का भी ख्याल रखें। आंखो के बचाव के लिए चश्मे का इस्तेमाल करें, साथ ही ऐसे बच्चे जिन्हें अस्थमा की शिकायत होती है, उन्हें फटाकों के धुएं से दूर रहे यह उनके लिए खतरनाक होता है। उन्होंने बताया कि फटाके चलाते समय बच्चों को फुल कपड़े पहनाएं, फटाकों से निकलने वाले कण बच्चों के आंख व त्वचा पर भी लग सकते है।

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