किसान आंदोलन से थीमी हुई ट्रेनों की रफ्तार, 12 घंटे की देरी से आई छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस
शनिवार को अमृतसर से से आने वाली अधिकत्तर ट्रेने 5 से 10 घंटे की देरी से ग्वालियर पहुंची।
ग्वालियर,न.सं.। किसान आंदोलन के कारण पंजाब और जम्मू जाने वाली कई ट्रेनें बुरी तरह प्रभावित हो गई है। आठ घंटे से अधिक देर तक अलग-अलग जगहों पर फंसी ट्रेन को अमृतसर के बदले यमुनानगर तक चलाया गया है।
शनिवार को अमृतसर से से आने वाली अधिकत्तर ट्रेने 5 से 10 घंटे की देरी से ग्वालियर पहुंची। जिसके चलते कई यात्रियों ने तो अपनी यात्रा ही रद्द कर दी। वहीं कुछ यात्री ट्रेनों का इंतजार करते दिखाई दिए।
शनिवार को अमृतसर से आने वाली सचखंड एक्सप्रेस 5 घंटे 58 मिनट, पातालकोट एक्सप्रेस 3 घंंटे 3 मिनट, महाकौशल एक्सप्रेस 2 घंटे 15 मिनट, उत्कल एक्सप्रेस 3 घंटे 52 मिनट, झेलम एक्सप्र्रेस 5 घंटे 33 मिनट, श्रीधाम एक्सप्र्रेस 2 घंटे 5 मिनट, छत्तीसगढ़ एक्सप्र्रेस 12 घंंटे 30 मिनट की देरी से ग्वालियर आई। वहीं झांसी की ओर से आने वाली चंबल एक्सप्रेस 1 घंटे देरी से ग्वालियर आई। रेलवे की ओर से बताया गया कि अमृतसर से सानेहवाल के बीच किसान आंदोलन के कारण कुछ ट्रेनों को रद और कुछ के मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन की वजह से रेलवे पर बुरा असर पड़ा है। कई ट्रेनें विलंब से चल रही है तो वहीं जालियांवाला बाग एक्सप्रेस को कैंसिल्ड कर दिया गया है। आंदोलन के चलते पंजाब जम्मू जाने वाली कई ट्रेनें बुरी तरह प्रभावित हो गई है। गोमो होकर चलने वाली टाटा-अमृतसर जालियांवाला बाग एक्सप्रेस के पहिए बीच सफर में थम चुके हैं।