रेलवे के हेल्पर ने टेक्नीशियन को मारा चांटा, कान का पर्दा फटा

लात-घूसों से की पिटाई, हेल्पर ग्वालियर पहुंचा

Update: 2020-11-07 01:15 GMT

ग्वालियर, न.सं.। रेलवे में यूनियन से जुड़े कर्मचारियों का दबदबा है। जिसके चलते वह अपने ही साथियों के साथ बुरा व्यवहार करते-रहते हंै। बीते दिनों कुछ ऐसा हुआ। रेलवे टेक्नीशियन को अपने ही हेल्पर को टोकना महंगा पड़ गया। हेल्पर ने डिस्चार्ज रोड ठीक से नहीं लगाई, जिससे टेक्नीशियन अमित कुमार को बिजली का झटका लगा, इसे लेकर जब साथी टेक्नीशियन बृजेश्वर राजावत ने हेल्पर को टोका तो उसने पीछे से राजावत के कान पर इतनी जोर का चांटा मारा कि उसके कान का पर्दा फट गया। यह पूरी घटना झांसी मंडल के घाटमपुर में पदस्थ तकनीशियन बृजेश्वर राजावत के साथ हुई है। कर्मचारी घबराकर वापस ग्वालियर अपने घर आ गया। स्वदेश से चर्चा के दौरान बृजेशवर ने बताया कि करंट लगने पर जब हेल्पर ओपी मिश्रा को टोका गया तो वह इतना चिढ़ गया कि उसने पीछे से कान पर जोरदार चांटा मारा, जिससे कान का पर्दा फट गया और लाठी से सिर पर पीछे से डंडा मार दिया। जब उसने बचाव किया तो पूरे शरीर पर लाठियां बरसाईं, जिससे वो लहूलुहान हो गए और पूरे शरीर पर चोट के निशान आ गए। यह चोट बृजेश्वर ने झांडी मुख्यालय जाकर सीनियर डिवीजनल इंजीनियर रजत कुमार को दिखाई तो उन्होंने थाने में मामला दर्ज करने में मदद करने की बजाय राजावत को फटकार कर भगा दिया। यहां बता दें कि बृजेश्वर ग्वालियर में गैंगमेन रहे श्यामेश्वर राजावत का पुत्र हैं। श्यामेश्वर की आकस्मिक मृत्यु के बाद रेलवे में अनुकंपा नियुक्ति पर पदस्थ हुआ है। बृजेश्वर का परिवार ग्वालियर में रहता है। कुछ समय पर बृजेश्वर की पत्नी गर्भवती थी तो उन्होंने झांसी में जाकर डीईई से अपना तबादला ग्वालियर कराने की गुहार लगाई थी। तब रजत कुमार ने डीआरएम से मिलने की बात कहकर मामला टाल दिया था। बृजेश्वर की मां यही गुहार लेकर डीआरएम के पास चली गई थीं। बृजेश्वर का कहना है कि हमारे एचओडी इसी बात पर हमसे नाराज हैं और मेरे साथ इतना गंभीर हादसा होने के बाद भी मेरी मदद नहीं कर रहे हैं। एफआईआर नहीं होने की वजह से मैं अपना इलाज भी नहीं करा पा रह हूं। अब विभाग के आला अधिकारियों से गुहार लगा रहा हूं कि मेरे इलाज में मदद करे। उन्होंने बताया कि ओपी शुक्ला द्वारा बार-बार जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।

इनका कहना है

इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाया जाएगा। साथ ही पूछताछ की जाएगी। अगर किसी भी कर्मचारी को कोई समस्या है तो समस्या का निराकरण किया जाएगा।

-मनोज कुमार सिंह, जनसपंर्क अधिकारी, झांसी रेलवे मंडल

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