SwadeshSwadesh

दिल्ली व राजस्थान को बेच रही मप्र सरकार बिजली

दिल्ली व राजस्थान को बेच रही मप्र सरकार बिजली

Update: 2018-06-09 08:04 GMT

भोपाल। पूरे देश में पावर हब बनने का सपना संजोए मप्र में सरकार लगातार सरप्लस बिजली का दावा करती रही है। यहां तक कि मप्र कई राज्यों को बिजली बेच रहा है और खरीदी गई बिजली से इन राज्यों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है। लेकिन विद्युत आपूर्ति के मामले में मप्र कई राज्यों के सामने फिसड्डी साबित हुआ है। आंकड़े बताते हैं कि देश में गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल ही ऐसे राज्य हैं जहां ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति होती है इसके अलावा त्रिपुरा में 23.50, महाराष्ट्र में 23.32 और आंध्र प्रदेश में 23.50 घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है लेकिन मप्र 23.07 घंटे विद्युत आपूर्ति कर पा रहा है।

प्रदेश में सुशासन व जनहितैषी सरकार का दावा करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के दावों की पोल विद्युत महकमें द्वारा खेल दी जाती है। यह विभाग में प्रदेश में सरप्लस बिजली होने का दावा खूब करती है, लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण तो ठीक शहरी इलाकों में भी लोग अघोषित रुप से होने वाली बिजली कटौती से परेशान हैं।

यही नहीं प्रदेश सरकार और उसके अफसरों को प्रदेश की जनता से अधिक दूसरे राज्यों की चिंता है। यही वजह है कि ग्रामीण इलाक के रहवासी इस भीषण गर्मी में 24 घंटे बिजली पाने के लिए परेशान हैं और सरकार दूसरे राज्यों को बिजली बेंच रही है। खास बात यह है कि प्रदेश में यह हाल तब हैं जब कि मप्र ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति में देश के कई राज्यों में फिसड्डी है। यह खुलासा हाल ही में देश के विद्युत और नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा विभाग द्वारा पेश आंकड़ों से हुआ है। गौरतलब है कि प्रदेश की बिजली उत्पादन क्षमता 17500 मेगावाट से अधिक है। इसके बाद भी कम से कम दर्जनभर जिलों में तो घोषित रूप से चार चार घंटे बिजली कटौती के उदाहरण सामान्य हैं , वहींं ग्रामीण इलाकों में इससे दोगुनी कटौती अघोषित रुप से की जा रही है।

Similar News