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दो अप्रैल की बरसी को लेकर चप्पे-चप्पे पर नजर

Update: 2019-03-31 04:47 GMT

♦ संदेहियों पर रखी जाएगी विशेष निगरानी ♦ पुलिस बल तैनात

ग्वालियर/न.सं.। पिछले वर्ष दो अप्रैल को हुई घटना को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन सतर्कता बनाए हुए हैं। जिला प्रशासन जहां अफवाह फैलाने वालों से सावधान करते हुए इंटरनेट सेवाओं पर भी प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। वहीं पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट पर है। संदिग्धों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और स्थिति से निपटने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरीके से तैयार है। यह बात जिलाधीश अनुराग चौधरी, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन और पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने संयुक्त रूप से शनिवार को आयोजित हुई पत्रकार वार्ता में कही।

उन्होंने कहा कि सभी वर्गों के लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी अफवाह फैलाए तो उसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दें। वहीं लोकसभा चुनाव के चलते धारा-144 लागू है, जो अब पूरी तरह से प्रभावी रूप से लागू रहेगी व दो अप्रैल को संवेदनशील क्षेत्रों में जमघट बना कर खड़े होने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ कुछ इनपुट के आधार पर अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के सभी संगठनों उनके प्रभावशाली लोगों से बात कर समझाइश दे दी गई है। यदि किसी भी असमाजिक संगठन या तत्व ने कुछ अप्रिय करने का प्रयास किया तो प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने से हिचकिचायेगा नहीं। जिलाधीश ने स्पष्ट किया कि महानगर की शांति एवं सदभाव को बिगाडने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही किसी भी व्यक्ति को सार्वजनिक स्थल पर प्रतिमा आदि लगाने पर कडी कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष दो अप्रैल 2018 में अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों ने प्रदर्शन किया था, इसी दौरान उपद्रव हो गया। हालांकि इसे आरक्षण खत्म करने की अफवाह के तहत उत्पात मचाया था। उस समय प्रशासन ने इस आंदोलन को हल्के में लिया था और अप्रिय घटनाएं घट गई थीं और ङ्क्षहसा में चंबल अंचल के 9 लोगों की मौत भी हुई थी। इसी के चलते इस वर्ष प्रशासन पुलिस प्रशासन पहले से सतर्कता बनाए हैं।

कंट्रोल रूम किया स्थापित

पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि ठाठीपुर थाना क्षेत्र को संवेदनशील जोन बनाकर एक कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। वहीं सादा कपडों में तथा बर्दी में पुलिस बल लगातार चैकिंग कर रहा है। साथ ही सीआरपीएफ और एसएएफ का बल भी तैनात कर दिया गया है। इसी प्रकार डबरा भितरवार कस्बों में भी सभी लोगों से बात चीत कर पुलिस ने अपनी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद कर लिया है। वहीं वाटसएप, फेसबुक आदि पर भी कड़ी निगाह रखी जा रही है। साथ ही होटलों, धर्मशालाओं, घरों में भी रहने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है।

संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी

गत वर्ष दो अप्रैल को जिन क्षेत्रों में हिंसा हुई थी, उन्हें संवेदनशील मानते हुए प्रशासन ने विशेष निगरानी रखी जा रही है। साथ ही जो लोग दंगों में शामिल रहे उन पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। साथ ही ठाठीपुर, मुरार, गोले का मंदिर क्षेत्र को संवेदनशील इलाकों में रखा गया है।

अनुमति निरस्त

जिलाधीश ने बताया कि हमने पूरे जिले में होली मिलन समारोह सहित तमाम सामाजिक कार्यक्रमों, सभाओं, संगोष्ठी सम्मेलनों की अनुमतियां निरस्त कर दी है। इसलिए अगर कोई कार्रक्रम होता है तो संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधीश ने यह भी बताया कि सभी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द की जा रही हैं। यदि कोई अधिकारी व कर्मचारी किसी तरह भी आवांछित गतिविधि या कार्यक्रम में पाया जाता है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

धारा 110 के तहत 250 पर हुई कार्रवाई

जिलाधीश ने यह भी बताया कि अभी तक 250 लोगों के चिंहित किया गया है। इसके साथ ही 13 लोगों के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई की जा चुकी है, जबकि अन्य पर भी विचार किया जा रहा है।

एक दिन को लगाई जा सकती है इंटरनेट सेवाओं पर रोक


जिलाधीश ने कहा कि इंटरनेट सेवाओं पर भी एक दो दिन रोक लगाने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो इंटरनेट सेवाएं बंद नहीं की जाएंगी। 

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