500 से अधिक यात्रियों ने रद्द कराएं टिकट, स्टेाशन पर बढ़ी यात्रियों की भीड़

30 हजार यात्रियों के टिकट निरस्त हो गए हैं।

Update: 2023-11-28 23:45 GMT

ग्वालियर,न.सं.। मथुरा जंक्शन के विकास कार्य की वजह से ट्रेनों के निरस्त और आंशिक निरस्त होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। स्टेशनों पर भीड़ और ट्रेनों में धक्कामुक्की हो रही है। वहीं 500 से अधिक यात्रियों ने बुकिंग निरस्त करा दी। उधर पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल रेल मंडल के अलग-अलग स्टेशनों पर तीसरी लाइन के नॉन इंटरलॉकिंग के काम के चलते रेल प्रशासन ने दिसंबर माह में झांसी से गुजरने वालीं 28 ट्रेनों का संचालन निरस्त कर दिया है। इसके चलते 30 हजार यात्रियों के टिकट निरस्त हो गए हैं। इससे रेलवे को डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है।

मथुरा जंक्शन पर विकास कार्य के कारण 6 फरवरी तक 297 ट्रेनों को चरणबद्ध निरस्त किया गया है। इसमें कई को रूट बदलने के साथ आंशिक निरस्त भी किया गया है। इससे ग्वालियर से गुजरने वाली अन्य ट्रेनों में मारामारी है। लंबी दूरी के ट्रेनों में भी यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है।

मंडल के ग्वालियर सहित विभिन्न स्टेशनों पर यात्री ट्रेनों का इंतजार करते रहे। मुरार निवासी विवेक जौहरी ने बताया कि दिल्ली में शादी समारोह में परिवार के साथ गया था, स्टेशन पर इंतजार करना पड़ा। ट्रेन की बोगी ठसाठस थीं। आने में बड़ी दिक्कत हुई।

ये ट्रेनें की गईं निरस्त

पातालकोट एक्सप्रेस, लश्कर एक्सप्रेस, रायगढ़ गोंडवाना एक्सप्रेस, पुणे- गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस, पडुच्चेरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, हैदराबाद-गोरखपुर, मदुरै-चंडीगढ़, दादर-बलिया, गोरखपुर-महबूबनगर, झांसी-पुणे सुपरफास्ट समेत कई ट्रेनों को अलग-अलग तिथियों में निरस्त किया गया है।

रेलवे ने ऐन वक्त पर निरस्त किया डायवर्जन, छूट गई यात्रियों की ट्रेन

मथुरा जंक्शन में रीमॉड़लिंग के काम के कारण कलिंग उत्कल व सचखंड एक्सप्रेस के रूट बदले गए थे। लेकिन रेलवे ने डायवर्जन निरस्त करके पुराने रूट से गाडि़य़ां गुजारीं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्रियों की ट्रेन भी छूट गई। हालांकि रेलवे का दावा है कि उन्होंने पूर्व सूचना यात्रियों को दी थी।

यात्री हुए परेशान

कलिंग उत्कल में सफर कर रहे विनोद बाबू ने बताया कि ट्रेन को आगरा कैंट से आगरा किला होकर मेरठ की ओर डायवर्ट किया जाना था, लेकिन ट्रेन को राजा की मंडी पर खड़ा कर दिया गया। इससे दिल्ली व गाजियाबाद जाने वाले यात्री कैंट पर ही उतर गए। जब उन्हें पता चला कि ट्रेन पुराने रूट से ही चलेगी तो वह परेशान हो गए।

अचानक रूट डायवर्जन

इसी तरह सचखंड एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्री भी अचानक रूट डायवर्जन निरस्त होने से परेशानी में आ गए।  

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