माया सिंह की दस वर्ष में तीन गुना बढ़ी सम्पत्ति, तीन ने भरे नामांकन
मुहूर्त के इंतजार में प्रत्याशी, तीन विधानसभाओं में नहीं खुला खाता
ग्वालियर। किसी भी बड़े कार्य को शुरू करने से पहले लोग शुभ मुहूर्त की जानकारी जरूर करते हैं ताकि उसी में ही काम का शुभारंभ कर सकें। लेकिन नामांकन दाखिल करने के लिए भी प्रत्याशियों ने ज्योतिषाचार्यों से मुहूर्त का दिन और समय निकलवा रहे हैं। यही कारण है कि नामांकन दाखिले की तीसरे दिन बुधवार को भी महज तीन नामांकन ही दाखिल हो सके।
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ग्वालियर ग्रामीण में तारागंज समाधिया कॉलोनी गेट लश्कर निवासी आनंद सिंह कुशवाह (रामायणी) ने नामांकन दाखिल किया।
विधानसभा 15 ग्वालियर में दुर्गा विहार कॉलोनी रामपुरी मोहल्ला शब्दप्रताप आश्रम निवासी जितेन्द्र त्रिपाठी ने नामांकन प्रस्तुत किया।
इसी तरह 16 ग्वालियर पूर्व में सिंध विहार रानी महल शिंदे की छावनी निवासी माया सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के प्रतयाशी के रूप में अपनी नामजदगी का पर्चा दाखिल किया। वहीं माया सिंह ने नामांकन के साथ जो शपथ पत्र प्रस्तुत किया है, उसके अनुसार दस वर्ष में उनकी सम्पत्ति में तीन गुना इजाफा हुआ है। इससे पहले तीन अन्य नामांकन दाखिल किए जा चुके हैं।
जिले की छह विधानसभाओं में कुल छह नामांकन दाखिल किए जा चुके हैं। जबकि विधानसभा क्षेत्र 17-ग्वालियर दक्षिण, 18-भितरवार व 19 डबरा (अजा) में अभी तक एक भी नामांकन दाखिल नहीं हो सका है। इसलिए बुधवार को भी उक्त विधानसभाओं के रिटर्निंग अधिकारी अपने कक्षों में अभ्यर्थियों के इंतजार में बैठे रहे।
मामा से ज्यादा अमीर है मामी, दस साल में तीन गुना बढ़ी सम्पत्ति
माया सिंह द्वारा दिए गए शपथ पत्र के अनुसार वे जहां अपने पति मामा ध्यानेन्द्र सिंह से ज्यादा अमीर है। वहीं दस वर्ष में उनकी चल अचल सम्पत्ति में तीन गुना इजाफा हुआ है। शपथ पत्र के अनुसार माया सिंह के पास हाथ में नगदी 1 लाख 10 हजार है तो उनके पति ध्यानेन्द्र सिंह के पास 1 लाख 40 हजार है। लेकिन विभिन्न बैंकों जमा राशि और सोने, चांदी व बाहन सहित अन्य चल सम्पत्ति की बात करें तो माया सिंह के पास कुल 3 करोड 15 लाख 94 हजार 501 हैं। जबकि उनके पति श्री सिंह के पास 1 करोड़ 30 लाख 30 हजार 193 हैं। इसी तरह अचल सम्पत्ति की बात करें तो माया सिंह के पास 2 करोड 67 लाख 32 हजार 800 है। इसी तरह पति श्री सिंह के पास 1 करोड 44 लाख 37 हजार की अचल सम्पत्ति है। जबकि वर्ष 2013 के शपथ पत्र के अनुसार माया सिंह के पास हाथ में नगदी 20 हजार और पति के पास 25 हजार थे। इसी तरह कुल चल सम्पत्ति: 1 करोड़ 2 लाख व पति के पास 1 करोड़ 27 लाख थी। जबकि अचल सम्पत्ति कुल 4 करोड़ 26 लाख व पति के पास 2 करोड 32 लाख रुपए बताई गई थी।
29 को नहीं भरे जाएंगे नामांकन, चार दिन शेष
निर्वाचन कार्यक्रम के तहत 30 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं। सार्वजनिक अवकाश होने की वजह से 29 अक्टूबर को नामांकन का सिलसिला बंद रहेगा। इसलिए अब प्रत्याधीश सिर्फ चार दिन 26, 27, 28 व 30 अक्टूबर को प्रात: 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक संबंधित रिटर्निंग अधिकारी अथवा सहायक रिटर्निंग अधिकारी को नामांकन प्रस्तुत कर सकेगें।
कुशवाह का जुनून, 1994 से लड़ रहे चुनाव
आनंद सिंह कुशवाह चुनाव लडऩे का इतना जुनून है कि वे साल 1994 से चुनाव लड़ रहे हैं और अब वे 28वां चुनाव ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से लडऩे जा रहे हैं। इससे पहले श्री राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, सांसद, विधायक, महापौर और पार्षद के 27 चुनाव लड़ चुके हैं। श्री कुशवाह एक मोहल्ले में चाय की छोटी सी दुकान चलाते हैं। श्री कुशवाह का कहना है कि जब एक चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है, तो मैं सांसद, विधायक, पार्षद क्यों नहीं बन सकता। हालांकि कुशवाह
अभी तक एक भी चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाए हैं, उसके बाद भी उनका जुनून कम नहीं हुआ है।
नामांकन के लिए गए 000 फार्म
जिले की सभी छह विधानसभाओं में नामांकन दाखिल करने के लिए अभी तक 000 फार्म जा चुके हैं। इसमें विधानसभा ग्वालियर ग्रामीण में 0000, ग्वालियर में 12, ग्वालियर पूर्व में 6, ग्वालियर दक्षिण में 5, भितरवार में 5 और ड़बरा में 13 फार्म लिए जा चुके हैं। फार्म लेने वालों में कांग्रेस के प्रवीण पाठक, लाखन सिंह, सुनील शर्मा, इमरती देवी एवं भाजपा के प्रद्युम्न सिंह तोमर, मोहन सिंह राठौर, नारायाण सिंह कुशवाह भी शामिल हैं।