कहीं खुले तो कहीं बंद रहे बाजार
सड़कों पर भी आमजन और वाहनों की आवाजाही कम ही रही।
ग्वालियर, न.सं.। जिन बाजारों में से कुछ दिन पहले गुजरना किसी चुनौती से कम नहीं होता था, वहां शुक्रवार को मतदान के दिन शांत माहौल देखने को मिला। इस दौरान कुछ बाजारों की दुकानें खुली तो कुछ की बंद रहीं। मतदान के दिन सराफा बाजार पूर्ण रूप से बंद रहा। सड़कों पर भी आमजन और वाहनों की आवाजाही कम ही रही।
खानपान की दुकानें चली:-
इस दिन सुबह के समय खान पान की दुकानें खूब चली हैं। लोग सुबह-सुबह पोलिंग बूथ पर मतदान करने पहुंचे और पोहा-जलेबी, समोसा-कचौड़ी व बेड़ई का नाश्ता किया। शाम होते-होते बाजारों में सन्नाटा सा छा गया।
‘पैर में चोट आई है। चलना काफी मुश्किल है। लेकिन प्रदेश में अच्छी सरकार लाने के लिए मतदान करना बहुत जरूरी है।’
केशव पचौरी
मतदाता
‘हम हमेशा मतदान केन्द्र पर आकर पहला वोट डालते हैं। इसलिए आज हम सुबह 6:15 बजे से यहां बैठे हैं। ’
सुखदेव सिंह, राजेन्द्र कौर
मतदाता
‘मतदान हर किसी को करना चाहिए। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है और इसी को निभाने हम बुजुर्ग दंपत्ति आए हैं।’
पारसमल पारख, ज्योति पारख
मतदाता
‘एक पैर काम नहीं करता है। बिना सहारे के चला नहीं जाता है, लेकिन मतदान करके अच्छी सरकार चुनना जरूरी है। ’
सोनू कुशवाह
मतदाता
‘मेरी उम्र 90 वर्ष है। घर पर बेटा कोई मतदान कराने आया ही नहीं। इसलिए यहां मतदान करने आई हूं। कमर झुकने के कारण चलना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन मतदान इन सभी से बहुत जरूरी है।’
रम्पो पाल
मतदाता