धनतेरस पर धनमय हुए बाजार, जमकर हुई खरीदारी
150 किलो चांदी और 15 किलो सोना बिका
ग्वालियर, न.सं.। धनतेरस पर शुक्रवार को शहर के बाजार धनमय हो गए और हर क्षेत्र में जमकर खरीदारी हुई। बाजारों में भीड़ ऐसी की चलना तक दूभर रहा। सराफा बाजार की रौनक तो देखते ही बन रही थी और व्यापारियों का हर संस्थान आकर्षक विद्युत की सजावट से जगमगा रहा था। इस दौरान सराफा बाजार में अच्छी खरीदारी हुई जिसमें 150 किलो चांदी से बनी वस्तुएं और 15 किलो से अधिक सोने की बिक्री हुई है। इसी क्रम में धनतेरस के साथ दीपोत्सव की शुरूआत हो गई है जो दौज तक रहेगी। धनतेरस के दिन शहर के सभी बाजारों में लगभग 125 से 150 करोड़ का कारोबार हुआ है।
शहर में धनतेरस का त्योहार पंरपरागत धूमधाम से मनाया जा रहा है। धनतेरस पर शहर के प्रमुख बाजारों में सुबह से लेकर देर रात तक जमकर खरीदारी हुई। सुबह से शाम तक जहां ऑटोमोबाइल सेक्टर गुलजार रहा तो शाम से देर रात तक सोना-चांदी, बर्तन, रेडीमेट गारमेंट्स, जूते, इलेक्ट्रोनिक्स सामान की जमकर खरीदारी हुई। बाड़ा से लगे क्षेत्रों में आमजन द्वारा रात्रि दो बजे तो व्यापारियों द्वारा सुबह 5 बजे तक खरीदारी की गई। रात्रि 8 से 12 बजे तक इस क्षेत्र में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। बाड़ा सिकुडक़र छोटा लगने लगा। खरीदारी के लिए चलना तक दूभर रहा। यही हाल मुरार, ग्वालियर और हजीरा क्षेत्र का रहा।
भीड़ ऐसी की चलना हुआ मुश्किल
सराफा में चांदी के सिक्के, मूर्तियां, बर्तन और सोने के आभूषण खूब बिके:-
शहर के सराफा बाजारों में शुक्रवार को जमकर खरीदारी हुई। सोने के छोटे आयटमों के अलावा सर्वाधिक मांग चांदी के सिक्कों व लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों की रही। व्यापारियों की मानें तो बाजार उम्मीद से भी अच्छा रहा। पिछली दीपावली की तुलना में इस बार कारोबार 20 से 30 प्रतिशत ज्यादा रहा।
20 घण्टे तक हुई धनवर्षा, खिले व्यापारियों के चेहरे:-
सराफा बाजार में लगातार 20 घण्टे तक धनवर्षा हुई है। सराफा बाजार के व्यापारियों ने अपने संस्थानों को सुबह 9 बजे ही खोल लिया था जो दूसरे दिन सुबह पांच बजे तक खुले रहे। इस दौरान किसी ने चांदी के सिक्के, चांदी के बर्तन, चांदी के लक्ष्मी, गणेश, हाथी, सरस्वती, चांदी के गहने, सोने के सिक्के तो किसी ने गहनों की खरीदारी की है। सराफा संघ के अध्यक्ष पुरूषोत्तम जैन के अनुसार 150 किलो चांदी और 15 किलो सोने की बिक्री हुई है।
दीप महोत्सव की हुई शुरूआत
यहां भी हुआ अच्छा कारोबार:-
- बर्तन बाजार में लगभग चार करोड़ का कारोबार हुआ है। धनतेरस पर ग्राहकों की सबसे अधिक भीड़ बर्तनों की दुकानों पर देखने को मिली। लोगों ने स्टील, पीतल, तांबा और कांसा धातु से बने थाली, गिलास, कटोरी, चम्मच आदि खरीदे।
- ऑटोमोबाइल सेक्टर में वाहन बिक्री में धनतेरस ने दशहरें को भी पीछे छोड़ दिया। इस बार लगभग 50 करोड़ की कारें बिकी हैं। जबकि 8 से 10 करोड़ के दुपहिया वाहन बिके हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार ऑटोमोबाइल सेक्टर में ग्रोथ देखी गई है। वाहनों की बिक्री के बाद इन्हें मंदिरों पर लाकर पूजा अर्चना की गई।
-धनतेरस पर इलेक्ट्रोनिक्स साजो-सामान की जमकर खरीदारी हुई है। इस बार लोगों ने हाई रेंज के प्रॉडक्ट ज्यादा खरीदें हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार मार्केट में जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिला। व्यापारियों के मुताबिक इस बार 12 से 15 करोड़ का कारोबार इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में हुआ है।
- धनतेरस के दिन कपड़ा बाजार में अच्छी खरीदारी देखने को मिली। रेडीमेट कपड़ों के साथ चादर, सोफा-सेट कवर, लोढ़, साड़ी, लहंगा आदि खूब बिके हैं। शहर के कपड़ा बाजार में 8 से 10 करोड़ का कारोबार हुआ है। वहीं अन्य क्षेत्रों में भी 8 से 10 करोड़ का कारोबार हुआ है।
फोटो सर्वे भवन्तु के नाम से
बच्चों के साथ दीपावली उत्सव मनाया:-
सर्वे भवन्तु सुखिन समिति द्वारा गरीब बस्ती में निवासरत बच्चों के साथ दीपावली उत्सव निम्बालकर गोठ स्थिति महिर्षि बाल्मीकि सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित किया गया जिसमें बच्चों को एवं उनके परिजनों को मिष्ठान, फुलझड़ी, मिट्टी के दीपक एवं परिजनों को एल ई डी बल्ब वितरित किए। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष राजकुमार प्रजापति ने कहा कि दीपावली उत्सव हम सबको मिलकर मनाना चाहिए। इस मौके पर अतिथियों के रूप में उपस्थित अशोक बांदिल, घनश्याम गुप्ता, प्रदीप राठौर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अरुण सिंह चौहान, नीतू शर्मा, नंदिनी पाटिल, रितु भारद्वाज, रितु पाल, आरती चौरसिया, पुष्पेन्द्र कुमार शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।
आज और कल मनेगी नरक चतुर्दशी:-
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया की हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से आरंभ हो रही है और अगले दिन 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के हिसाब से नरक चतुर्दशी 12 नवंबर को मनाई जाएगी। इसके साथ ही जो लोग यम देवता के साथ काली जी और हनुमान जी की पूजा करते हैं वह लोग 11 नवंबर को नरक चतुर्दशी मनाएंगे। हिंदू धर्म में नरक चतुर्दशी का विशेष महत्व है। नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था।