ग्वालियर नगर निगम कर रहा अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई, कई अवैध सम्पत्तियाँ ध्वस्त

लोगों ने अपने हाथों से तोड़े अपने आशियाने, 100 वर्ष से भी पुरानी संपत्ति बताया

Update: 2022-11-27 15:11 GMT

ग्वालियर। ग्वालियर शहर में नगर निगम प्रशाशन के द्वारा अतिक्रमण को लेकर की जा रही कार्यवाही के अन्तर्गत किसी ने पीला पंजा तो किसी ने मामा का बुलडोजर नाम देकर सम्बोधित किया जा रहा है। हजीरा से लेकर किलागेट एवं किलागेट से लेकर सेवानगर तक जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण में बाधा बनने वाले अतिक्रमण को निगम प्रशासन की द्वारा जेसीबी के द्वारा कार्रवाई कर हटाया जाने लगा था। जिस पर क्षेत्रीय जनता ने आक्रोशित होकर विरोध करने का प्रयास किया तो प्रशासन ने पुलिस बल के द्वारा सख्ती बरतते हुए कार्यवाही को चालू रखा। बता दें की 15 नवम्बर को 6 घंटे के लिए प्रशासन के द्वारा एक नोटिस जारी किया गया जिसमे हजीरा से लेकर किलागेट होते हुए सेवानगर तक बन रही 11.78 करोड़ की लागत से बन रही रोड के निर्माण में बढ़ा बन रहे करीब 250 से अधिक मकान व दुकानों को चिन्हित कर उन्हें हटाने के निर्देश जारी किये गए थे। जिसको लेकर निगम प्रशासन ने 19 नवम्बर को कार्यवाही भी की थी। जिसमे करीब 15 लोगों ने अपने अतिक्रमण तोड़ने में दिलचस्पी दिखाई। सेवा नगर व हजीरा रोड पर जिन लोगों के मकानों पर लाल निशान लगाए हैं, उन्हें अपना अतिक्रमण खुद तोड़ने के लिए समय दिया गया। 



कांग्रेसी नेताओं ने दिया था दखल -

किलागेट से लेकर सेवानगर तक किये गए अतिक्रमण पर निगम प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किये जाने के पश्चात् जब कार्यवाही की गयी तो कांग्रेसी नेताओं ने दखल देते हुए कार्यवाही को रोकने का प्रयास किया। जिसमे पुलिस बल का प्रयोग करके कई कांग्रेसी नेताओ को गिरफ्तार एवं नजरबन्द तक कर दिया गया। ग्वालियर महापौर सोभा सिकरवार ने भी किलागेट चैराहे से पैदल चलकर सेवा नगर तक आम नागरिकों से चर्चा की उन्होंने नागरिकों को आश्वासन दिया कि वह प्रशासन व अधिकारियों से बात करेंगी। कार्रवाई के दौरान कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार एवं नेता सुनील शर्मा के द्वारा एसडीएम से चर्चा कर 2 से 3 दिन की मोहलत जनता के लिए मांग की गयी थी जिससे लोग स्वयं अपने घरो से अतिक्रमण को हटा सके ताकि मशीन से हटाने पर ज्यादा नुक्सान न पहुँच सके।  

क्षेत्रवासियों का कहना है की -

हजीरा से किलागेट तक चर्चा के दौरान कई लोगो का कहना है की निगम प्रशासन ने जो भी अतिक्रमण के निशान चिन्हित किये हैं उन्हें एक दृश्टिकोण से नहीं देखते हुए कुछ दुकानों को गलत तरीके से चिन्हित किया गया है, जिसकी शिकायत उनके द्वारा ऊर्जा मंत्री प्रधुमन तोमर एवं नगर निगम कमिश्नर किशोर कन्याल से भी की जिसे लेकर उन्होंने आश्वासन दिया की उचित जांच की जाएगी। 

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