एसी कोच में लगे उपकरण, धुंआ उड़ाया तो रुकेगी ट्रेन
आग से बचाव के लिए ट्रेनों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं।
ग्वालियर,न.सं.। ट्रेनों में आग लगने के मामले लगातार बढऩे के बाद रेलवे प्रशासन सतर्क हो गया है। आग से बचाव के लिए ट्रेनों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। अब ट्रेन के एसी कोच में फायर एंड स्मोक डिटेक्शन डिवाइस लगाई जा रही है। डिवाइस के जरिए कोच में आग लगने के बाद स्वत: ब्रेक लग जाएंगे। इसके बाद उद्घोषणा होगी कि यात्रीगण सावधानी से कोच से उतर जाएं। झांसी मंडल में 19 एसी कोच में डिवाइस लगाने का काम चल रहा है।
रेलवे ने आग से बचाव के लिए नई डिवाइस तैयार कराई है। कैरिज एंड वैगन विभाग के सीनियर डीएमई राहुल शुक्ला बताते हैं कि ट्रेन के एसी कोच में बाथरूम, कोच ज्वाइंटर समेत 10 जगहों पर डिवाइस लगाई गई है। डिवाइस तीन चरण में काम करेगी। पहले चरण में धुएं और आग होने की स्थिति में अलर्ट मिलेगा। इसके बाद दूसरे चरण में डिवाइस एक्शन का संकेत देगी और कोच में अलार्म बजने के साथ ब्रेक लग जाएंगे।
सीडीओ राजीव अवस्थी ने बताया कि तीसरे चरण में कोच में उद्घोषणा होगी कि कोच में आग लगने के संकेत प्राप्त हुए हैं। कोच में ब्रेक लगा दिए गए हैं। यात्रीगण गलियारे से होकर कोच से सुरक्षित उतर जाएं। पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि झांसी मंडल में 19 कोच में डिवाइस लगाने का काम चल रहा है। 10 कोचों में डिवाइस लगाई जा चुकी है।