ग्वालियर,न.सं.। सामान्य टिकट की सुविधा देने वाली ट्रेनों का आंकड़ा 25 के पार हो गया है। इस कारण रोजाना बिक रही अनारक्षित टिकटों की संख्या भी तीन हजार से बढक़र आठ हजार तक पहुंच गई है। रेलवे को जहां पहले रोजाना लगभग पांच से सात लाख रुपए के राजस्व की प्राप्ति हो रही थी। वहीं अब यह आंकड़ा 12 लाख के पार हो गया है। यह राजस्व सामान्य कोच के साथ चलने वाली ट्रेनों की वजह से मिली है। मार्च माह से अब तक 25 ट्रेनों में यात्रियों को सामान्य टिकट मिलने शुरू हो चुके हैं। इस क्रम में जून माह से 11 और ट्रेनों में सामान्य टिकट व्यवस्था बहाल की जाएगी।
कोरोना संक्रमण कम होने के कारण रेलवे बोर्ड ने गत फरवरी माह के अंतिम सप्ताह में ट्रेनों में जनरल टिकट की सुविधा बहाल करने के आदेश जारी किए थे, लेकिन तब तक कई लोगों ने सामान्य कोचों में भी रिजर्वेशन करा रखे थे। अग्रिम आरक्षण 120 दिन का होने के कारण जुलाई माह में जाकर व्यवस्था पूरी तरह से बहाल हो पाएगी।
इन ट्रेनों में मिल रहे सामान्य टिकट -
वर्तमान में ग्वालियर-इटावा अनारक्षित स्पेशल, ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी, इटावा झांसी एक्सप्रेस, झांसी-आगरा एक्सप्रेस, आगरा-झांसी एक्सप्रेस, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन-नई दिल्ली ताज एक्सप्रेस, उदयपुर-खजुराहो एक्सप्रेस, ग्वालियर-भिंड पैसेंजर, आगरा-झांसी एक्सप्रेस, झांसी-आगरा एक्सप्रेस, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-इटावा एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस, चंडीगढ़ इंदौर एक्सप्रेस, एमपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस, श्रीधाम एक्सप्रेस, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-बांद्रा एक्सप्रेस, खजुराहो-कुरुक्षेत्र एक्सप्रेस, खजुराहो-उदयपुर इंटरसिटी, भिंड-रतलाम एक्सप्रेस, मथुरा-हावड़ा चंबल एक्सप्रेस में यात्रियों को सामान्य टिकट मिल रहे हैं।