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ग्वालियर में चुनावी खर्च पर रहेगी पैनी नजर, एसएमएस का भी जुड़ेगा खर्चा

व्यय प्रेक्षक सुश्री सुमिथा का कहना है कि प्रचार प्रसार के दौरान अगर थोक में किसी प्रत्याशी के समर्थन के लिए एसएमएस किए जाते हैं तो उसका खर्चा प्रति मैसेज के हिसाब से प्रत्याशी के खाते में ही जोड़ा जाएगा।

Update: 2024-04-15 01:15 GMT

ग्वालियर।  ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन का सिलसिला शुरू होने के साथ ही प्रत्याशियों द्वारा जमकर प्रचार-प्रसार कर लोगों से समर्थन हासिल करने में लगे हुए हैं। लेकिन चुनावी अभियान के संचालन के बीच खर्च का हिसाब-किताब रखना भी आसान नहीं है। क्योंकि पर्चा दाखिल करने के साथ ही प्रत्याशी का चुनावी खर्चे का चक्र शुरू हो जाएगा। वहीं प्रचार के दौरान प्रत्याशी की ओर से अगर थोक यानी बल्क में एसएमएस भेजे जाएंगे तो वह भी चुनावी खर्चे में जोड़ा जाएगा।

व्यय प्रेक्षक सुश्री सुमिथा का कहना है कि प्रचार प्रसार के दौरान अगर थोक में किसी प्रत्याशी के समर्थन के लिए एसएमएस किए जाते हैं तो उसका खर्चा प्रति मैसेज के हिसाब से प्रत्याशी के खाते में ही जोड़ा जाएगा। ये एसएमएस ऑडियो, वीडियो, टेक्स्ट आदि किसी भी प्रकार के हो सकते हैं।लेकिन अगर एसएमएस में प्रत्याशी का नाम नहीं है और पर्ची की ओर से भेजे गए हैं तो वह पार्टी खर्चे में जुड़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इसके लिए मॉनिटरिंग कमेटी गठित गई है, जो सोशल मीडिया पर भी निगरानी रख रही है। हालांकि दूसरे प्रचार संसाधनों की तरह से मोबाइल के मैसेज भी मतदान समाप्ति से 48 घंटे पहले बंद हो जाएंगे।

95 लाख तक कर सकते हैं खर्च

चुनाव में उम्मीदवार अधिकतम 95 लाख रुपये खर्च कर सकता है। खर्च की गिनती तब से शुरू होगी जबसे वह उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल करता है। प्रत्येक उम्मीदवार को चुनाव खर्च के लिए अलग से बैंक खाता खुलवाना होगा। उस करंट खाते के जरिये ही उम्मीदवार चुनाव का खर्च कर सकेगा।

नकद खर्च को लेकर भी बंधन लागू है। पूरे चुनावी दौर में कोई भी उम्मीदवार एक व्यक्ति को 10 हजार से ज्यादा का भुगतान नगद नहीं कर सकता। उम्मीदवार इस खाते में खुद के पास मौजूद पूंजी के साथ परिवार, अपने दल या किसी से कर्ज लेकर पैसा जमा कर सकता है, लेकिन चंदा नहीं ले सकता है।

शादी में वोट मांगा तो पूरा खर्च प्रत्याशी का

शादी व सामाजिक कार्यक्रमों में भी अगर प्रत्याशी वोट मांगते हैं तो पूरे आयोजन का खर्चा प्रत्याशी के खाते में ही जुड़ेगा। प्रत्याशी सामाजिक आयोजन, शादी या पार्टी में शामिल तो हो सकते हैं, लेकिन ऐसी किसी शादी-पार्टी या आयोजन में उनके लिए वोट की अपील कर दी गई या कोई फोटो-बैनर लगा दिया गया तो उस पूरे आयोजन का खर्च उसके चुनावी खर्च में जोड़ लिया जाएगा।

आज से फिर शुरू होगा नामांकन का सिलसिला, चार दिन शेष

ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन का सिलसिला 15 अप्रैल को फिर से शुरू होगा। नामांकन के लिए अब चार दिन शेष बचे हैं। अभ्यर्थी अथवा उनके प्रस्तावक अब 15, 16, 18 व 19 अप्रैल को प्रात: 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक रिटर्निंग अधिकारी अथवा सहायक रिटर्निंग अधिकारी को नामांकन प्रस्तुत कर सकेगें। क्योंकि शासकीय अवकाश होने की वजह से 17 अप्रैल को नामांकन का सिलसिला बंद रहेगा। दरअसल 12 अप्रैल निर्वाचन की सूचना जारी होने के साथ ही नामांकन दाखिले का सिलसिला शुरू हो गया था और पहले दिन एक प्रत्याशी द्वारा अपना नामांकन दाखिल किया था। नाम-निर्देशन पत्रों की संवीक्षा (जांच) 20 अप्रैल को होगी। 22 अप्रैल को अपरान्ह 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इन सभी दिवसों में प्रात: 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक उक्त कार्यवाही संपादित होगी। ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र में 7 मई को मतदान और 4 जून को मतगणना होगी।

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