जीत और हार दोनों ही कुछ न कुछ सीख जरूर देती है : न्यायमूर्ति पाठक

आईटीएम में अरुण जेटली मेमोरियल नेशनल मूट कोर्ट का हुआ आयोजन

Update: 2023-11-30 01:45 GMT

ग्वालियर, न.सं.। प्रतियोगिता में जीतना या हारना उतना महत्वपूर्ण नहीं होता, जितना कि उसमें हिस्सा लेना होता है। हार और जीत दोनों ही कुछ न कुछ सीख जरूर देकर जाती हैं। जीत हासिल करने से आपको जीवन में हमेशा श्रेष्ठ प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलती है तो वहीं हारने पर आप स्वयं की कमियों को दूर कर फिर से जीतने के लिए तैयार करने की प्रेरणा मिलती है। यह बात मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद मप्र उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति आनंद पाठक ने बुधवार को आईटीएम विश्वविद्यालय में आयोजित हुई अरुण जेटली मेमोरियल नेशनल मूट कोर्ट प्रतियोगिता में कही।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि रूप से पूर्व न्यायाधीश बीके दुबे, अपर आयुक्त सपना निगम, आईटीएम के प्रो-चांसलर डॉ. दौलत सिंह चैहान, कुलपति प्रो. डॉ. एसके नारायण खेडक़र शामिल हुए। जबकि अध्यक्षता आईटीएम स्कूल ऑफ लॉ की डीन डॉ. शोभा भारद्वाज ने की। प्रतियोगिता में वेदप्रकाश शर्मा पूर्व न्यायमूर्तिमप्र हाईकोर्ट, अरुण सिंह तोमर पूर्व प्रिंसिपल जिला एवं सत्र न्यायाधीश मप्र हाईकोर्ट, डॉ. सूर्यप्रकाश कुलपति एनएलआईयू भोपाल, मप्र बार काउंसिल के अध्यक्ष प्रेम सिंह भदौरिया के अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता एन गुप्ता के अलावा देश भर से आए प्रतिभागी औरछात्र-छात्राएं विशेष रूप से मौजूद रहे।

सिम्बायोसिस लॉ स्कूल नोएडा की टीम रही विजेता

प्रतियोगिता में शामिल हुईं देशभर की 24 टीमों में से सिम्बायोसिस लॉ स्कूल नोएडा और धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जबलपुर की टीमों के बीच फाइनल मुकाबला हुआ। इस दौरान दलीलें और साक्ष्यों को बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर सिम्बायो सिसलॉ कॉलेज नोएडा की टीम विजेता रही। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा विजेता टीम को ट्रॉफी और 51 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। वहीं उप विजेता टीम को ट्रॉफी और 21 हजार का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।

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