ग्वालियर के अभय करंदीकर बने भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सचिव, 5G लाने में है खास योगदान

श्री कंरदीकर सरकार की ग्रामीण भारत में ब्राडबैण्ड कनेक्टिंग क्रियेट करने की परियोजना में भारत नेट के डिजायन और कार्यान्वयन के लिए सलाहकार के रूप में कार्य कर रहे हैं।

Update: 2023-09-19 13:10 GMT

ग्वालियर। आईआईटी कानपुर के निदेशक अभय करंदीकर को भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है। श्री करंदीकर ने वायरलेस नेटवर्क टेनोलॉजी और 5जी टेनोलॉजी में बेहतर काम दिखाया है, जिसके चलते सरकार ने उन्हें ये बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।

उल्लेखनीय है कि श्री करंदीकर ग्वालियर के हैं। वे यहां नई सड़क स्थित आपटे की पायगा के निवासी है। मिसहिल स्कूल के विद्यार्थी रहे अभय करंदीकर ने माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेनोलॉजी एण्ड साइंस (एमआईटीएस) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। श्री करंदीकर ने देश में 5जी टेक्नॉलोजी लाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे वायरलेस नेटवर्क टेक्नॉलोजी के काम के लिए जाने जाते हैं।1994 में उन्होंने आईआईटी कानपुर से पीएचडी की उपाधि हासिल की।

सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा-

उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उनके लिए एक बड़ा अवसर है। मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं। निश्चित ही मैं सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा। श्री कंरदीकर सरकार की ग्रामीण भारत में ब्राडबैण्ड कनेक्टिंग क्रियेट करने की परियोजना में भारत नेट के डिजायन और कार्यान्वयन के लिए सलाहकार के रूप में कार्य कर रहे हैं। उनकी उपब्धि पर उनके मित्रों और परिजनों ने उन्हें बधाई प्रेषित की है। 

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