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उमा भारती ने कहा नहीं लड़ूंगी लोकसभा चुनाव

Update: 2019-03-16 14:45 GMT

भोपाल/राजनीतिक संवाददाता। लोकसभा चुनाव की हलचल के बीच केन्द्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने चुनाव न लड़ने की इच्छा जताते हुए लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को पत्र भी लिखा है। इस बाबत केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने स्वयं अपने ट्वीटर एकाउंट पर ट्वीट कर जानकारी दी है। हालांकि केन्द्रीय मंत्री उमाभारती ने पूर्व में ही लोकसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी थी, जब विदिशा से सांसद एवं केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अगला लोकसभा चुनाव न लड़ने की बात कही थी, लेकिन हाल ही में भाजपा द्वारा उन्हें मध्यप्रदेश की राजनीति में सक्रिय करने को लेकर चर्चाएं चल पड़ी थीं। जिसके बाद उन्होंने ट्वीट कर यह बात कही है। इस पत्र के साथ ही वह अब चुनावी दौड़ से बाहर हो गई है।

केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने अपने ट्वीटर के माध्यम से ट्वीट कर लिखा है कि "प्रिय मित्र, जैसा कि मैंने पूर्व में घोषित भी किया था, उसी को पुन: दोहराते हुए अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान अमित जी को पत्र लिखकर चुनाव नहीं लड़ने का अनुरोध दोहराया है, ताकि पार्टी आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा कर दे।

उन्होंने आगे लिखा है कि मैंने पहले भी आप सब मित्रों को बताया है कि अगले डेढ़ साल तक मैं अधिकतम समय गंगा के किनारे बिताना चाहती हूं। इस अवधि के दौरान मैं भाजपा के कहे अनुसार लोकसभा चुनाव प्रचार में भाग लूंगी एवं भाजपा जो जिम्मेदारी देगी, उसे भी संभालूंगी। मैं जीवन के आखिरी सांस तक राजनीति से रिटायर नहीं होउंगी तथा मरते दम तक गरीब आदमी के अधिकारों के लिए राजनीति करती रहूंगी।

क्या है राजनीतिक पृष्ठभूमि

उमा भारती 1989 में पहली बार खजुराहो सीट से सांसद चुनी गईं थी। वह प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी की कैबिनेट में मंत्री बनाई गई और अब भी मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर है, उनके पास पेयजल एवं स्वच्छता की जिम्मेदारी है । मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी है। 2014 में झांसी से लोकसभा सदस्य बनीं थी। उमा भारती राम जन्मभूमि आंदोलन की प्रमुख नेता रहीं। बाबरी मस्जिद विध्वंस के दौरान भी वे अयोध्या में मौजूद थीं। मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री रहने के दौरान एक मामले में गिरफ्तारी वॉरंट निकलने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। बाद में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से विवाद के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया। जून 2011 में उनकी पार्टी में वापसी हुई और अब मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं।

एक साल पहले की थी चुनाव न लड़ने की बात

केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने एक साल पहले यह ऐलान किया था, कि वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने कहा था कि वह सत्ता छोड़कर अगले महीने मकर संक्रांति से डेढ़ साल के लिए देश की पवित्र नदी गंगा के किनारे करीब 2,500 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू करेंगी। इसे अविरल एवं निर्मल बनाने के लिए लोगों एवं संत समाज से अपील करूंगी। अब मैं कुछ दिन हिमालय के लिए निकलूंगी और उसके बाद गंगा के प्रवास में रहूंगी। इस दौरान मैं भाजपा के लिए चुनाव प्रचार में भाग लूंगी। हालांकि उन्होंने कहा था कि वह सन्यास नही लेंगी, वह राजनीति मरते दम तक करेंगी। राजनीति में ताल ठोंककर रहेंगी। राजनीति से संन्यास नहींए कोई संन्यास नहीं। मुझसे राजनीति कोई छुड़वा नहीं सकता। मैं भाजपा से ही राजनीति करूंगी। मगर डेढ़ साल गंगा के लिए चाहिए।

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