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राजनीतिक दांवपेंच के बाद हुई सतना पुलिस अधीक्षक की विदाई

Update: 2019-03-15 14:42 GMT

अंतत: हटाए गए सतना पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर

भोपाल / प्रशासनिक संवाददाता। मध्यप्रदेश के सतना जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था और अपहरण की घटनाओं के बाद चले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद निर्वाचन आयोग ने सतना पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर को हटाने की अनुमति दे दी है। पुलिस विभाग ने उनका तबादला भोपाल पुलिस मुख्यालय कर दिया है। गौर की जगह रियाज इकबाल को सतना का नया पुलिस अधीक्षक बनाया है। दो दिन पहले ही कांग्रेस ने इस पर सख्ती दिखाते हुए चुनाव आयोग से पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की थी । बता दे कि हाल ही में सतना जिले में एक और बच्चे की अपहरण और हत्या के बाद पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग उठने लगी थी। इसके पहले चित्रकूट से दो बच्चों की अपहरण हुआ था और दोनों की बाद में हत्या कर दी गई थी। क्षेत्र के भाजपा नेताओं ने भी चुनाव आयोग को यह शिकायत की थी कि संतोष सिंह के सतना में रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते हैं। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।

बीते दिनों सतना में दो जुड़वा बच्चों का अपहरण कर हत्या करने का मामला सामने आया था। अभी ये मामला शांत हुआ था कि बुधवार को फिर दो बच्चों को किडनैप कर उनकी हत्या कर दी गई। वही पांच दिनों में जिले के अलग-अलग थानों में पांच मासूमों के अपहरण के मामले दर्ज किए गए थे। एक के बाद हो रही घटनाओं के बाद पुलिस महकमे में हडक़ंप मचा हुआ था, कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे है। इसमें पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही थी।

कौन है रियाज इकबाल

पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल पन्ना जिले में करीब दो साल तक पदस्थ रहे। उन्होंने तत्कालीन जिलाधीश जेपी आइरीन सिंथिया के साथ रेत के अवैध कारोबार के खिलाफ प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए एकसाथ तीन सौ से अधिक ट्रक और डंपर पकड़े थे। इसके बाद बीते साल की गई कार्रवाई में 21 भारी मशीनें पकड़ी थी। उन्होंने अपने कार्यकाल में रेत के अवैध कारोबार के खिलाफ करीब एक दर्जन बड़ी कार्रवाई की। पन्ना में यौन शोषण की शिकायत पर जज पर शिकायत दर्ज की थी। इसके बाद सिंगरौली जिले का कार्यकाल भी चर्चा का विषय रहा।बीते दिनों वह तब चर्चा में आए थे जब मुरैना जिले के सुमावली से विधायक एदल सिंह कंसाना के बेटे राहुल सिंह कंसाना के खिलाफ टोल नाका के कर्मचारियों से की गई मारपीट के मामले में केस दर्ज करवाया था, इसके बाद पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल को मुरैना से तबादला कर भोपाल भेजा गया था। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों सहित निर्वाचन आयोग को रियाज इकबाल ही पसंद थे। इसलिए एक बार फिर सतना पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

आयोग से शिकायत करने पहुंचे थे कांग्रेस नेता

इसको लेकर पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ.राजेंद्र कुमार सिंह और जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव से मुलाकात कर एसपी संतोष सिंह गौर को हटाने का मांग उठाई थी। वही मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने इसे मंजूरी दे दी और पुलिस विभाग ने चुनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह गौर को हटा दिया। बुधवार को पुलिस मुख्यालय ने इसके लिए तीन अधिकारियों के नाम का पैनल भी भेजा था, जिसमें रियाज इकबाल के नाम पर मुहर लगाई गई। अब रियाज इकबाल नए पुलिस अधीक्षक होंगें। इसके पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर दिए है। कांग्रेस नेताओं द्वारा शिकायत में कहा गया था कि गौर के रहते निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं हो सकते हैं।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने करवाई थी गौर की पोस्टिंग

कांग्रेस के दो क्षत्रप पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डा. राजेन्द्र सिंह कहने को तो रिश्ते में मामा-भांजे हैं, लेकिन राजनीतिक पटल पर दोनो के बीच मतभेद सर्वविदित हैं। जब राजेन्द्र सिंह को पता चला कि सतना पुलिस अधीक्षक की पोस्टिंग उनके भांजे यानि अजय सिंह ने कराई है, तभी से वह उन्हें हटाने के लिए किसी मौके की तलाश में थे। अब उन्हें यह मौका मिल गया। पुलिस अधीक्षक की पोस्टिंग अजय सिंह ने कराई थी, इसलिए मौका मिला और राजेंद्र सिंह ने उन्हें हटाने की मांग कर डाली। यही राजनीति है, इसका अपहरण से कोई वास्ता नहीं है।

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