अटारी बॉर्डर पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने फहराया सबसे ऊंचा झंडा, जानिए खासियत
इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी थे।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने फहराया सबसे ऊंचा झंडा
चंडीगढ़। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पंजाब में अटारी सीमा पर स्थापित देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज को फहराकर उसका उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिल्ली-अमृतसर-कटरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे और अमृतसर बाईपास निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी गुरुवार को पंजाब के दौरे पर रहे। उन्होंने पंजाब के लोक निर्माण विभाग मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला के साथ दिल्ली-अमृतसर-कटरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे और अमृतसर बाईपास निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की पहल पर पंजाब में अटारी सीमा पर स्थापित देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया। यह राष्ट्रीय ध्वज 418 फीट ऊंचा है। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी थे।
अटारी बॉर्डर पर लगाया ये तिरंगा पड़ोसी देश पाकिस्तान के झंडे से 18 फीट ऊंचा है। इससे पहले भारतीय तिरंगे के पोल की ऊंचाई 360 फीट थी, जबकि पाकिस्तान झंडे के पोल की ऊंचाई 400 फीट है। अब भारत का स्वर्ण द्वार के सामने तैयार 418 फीट लंबे ध्वज स्तंभ पर तिरंगा फहरा रहा है।
पांच ग्रीनफील्ड एवं इकोनॉमिक कॉरिडोर
उल्लेखनीय है कि पंजाब में 29 हजार करोड़ रुपये की लागत से पांच ग्रीनफील्ड एवं इकोनॉमिक कॉरिडोर बन रहे हैं। दिल्ली-अमृतसर-कटरा 669 किमी का ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बन रहा है। इसके बनने से दिल्ली से अमृतसर 4 घंटे में और दिल्ली से कटरा 6 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। अभी दिल्ली से कटरा की दूरी 727 किमी है। इसके बनने से 58 किमी की दूरी कम हो जाएगी।
कॉरिडोर की खासियत -
दिल्ली में केएमपी से आरंभ होकर हरियाणा में यह एक्सप्रेस-वे 137 किमी बन रहा है। पंजाब में इसकी लंबाई 399 किमी है, जिसमें 296 किमी का काम शुरु हो गया है। जम्मू कश्मीर में एक्सप्रेस-वे की लंबाई 135 किमी है, जिसमें 120 किमी में काम चल रहा है। पंजाब में यह एक्सप्रेस-वे पटियाला, संगरुर, मलेरकोटला, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, गुरुदासपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्र से गुजरेगा।इस कॉरिडोर की एक प्रमुख विशेषता में ब्यास नदी पर एशिया का सबसे लंबा 1300 मीटर लंबा केबल स्टे ब्रिज शामिल है। यह एक्सप्रेस-वे सिख समाज के प्रमुख धार्मिक स्थलों स्वर्ण मंदिर, कपूरथला जिले में सुल्तानपुर लोधी गुरुद्वारा, गोइंदवाल साहिब गुरुद्वारा, खंडूर साहिब गुरुद्वारा, गुरुद्वारा दरबार साहिब (तरनतारन) को जोड़ते हुए माता के दरबार वैष्णो देवी कटरा तक बनेगा।
इसके अलावा 1475 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा 50 किमी लंबा 4-लेन अमृतसर बाईपास का कार्य भी प्रगति पथ पर है। इसके बनने से तरनतारन से अमृतसर एयरपोर्ट के लिए बेहतर कनेक्टिविटी हो जाएगी। अमृतसर की ट्रैफिक की समस्या सुलझाने में यह बाईपास कारगर साबित होगा।