वाराणसी में इंडिगो विमान की इमरजेंसी लैंडिंग, 4 मिनट में रनवे खाली

कोलकाता से श्रीनगर जा रही इंडिगो फ्लाइट में फ्यूल लीक, वाराणसी में इमरजेंसी लैंडिंग, 166 यात्री सुरक्षित।

Update: 2025-10-22 15:22 GMT

पायलट ने फ्यूल लीक का भेजा मेडे कॉल, 166 यात्री सवार थे 

वाराणसी। वाराणसी एयरपोर्ट पर बुधवार की शाम पायलट मेडे कॉल मिला। इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 6E-6961 कोलकाता से श्रीनगर जा रही थी, तभी करीब 36,000 फीट की ऊंचाई पर फ्यूल लीक का अलर्ट मिला। इंजन फ्यूल लीक कर रहा था और रेड सिग्नल दे रहा था। खतरे को भांपते ही पायलट ने तुरंत ATC वाराणसी से संपर्क किया और "मेडे कॉल" भेजा यानी इमरजेंसी की सबसे गंभीर सूचना।

ATC ने 4 मिनट में रनवे खाली कराया

जैसे ही मेसेज मिला, ATC ने तेजी से रनवे को क्लियर कराया। सिर्फ 4 मिनट में एयरपोर्ट पर इमरजेंसी प्लान एक्टिवेट कर दिया गया। शाम 4:10 बजे पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए विमान को सुरक्षित लैंड कराया। विमान में सवार सभी 166 यात्रियों को इमरजेंसी स्लाइड्स और सीढ़ियों की मदद से बाहर निकाला गया।

यात्रियों ने ली राहत की सांस

विमान में सवार यात्री घबराए जरूर, लेकिन पायलट की ओर से बार-बार आश्वासन मिलता रहा कि सब कुछ कंट्रोल में है। लैंडिंग के बाद कई यात्रियों ने राहत की सांस ली।

एयरलाइंस और एयरपोर्ट ने संभाला मोर्चा

इंडिगो की ओर से बयान जारी हुआ कि विमान में तकनीकी खराबी के कारण उसे उतारा गया है। यात्रियों को किसी दूसरी फ्लाइट से श्रीनगर भेजने की व्यवस्था की जा रही है।

वहीं फ्यूल लीक की जांच भी शुरू कर दी गई है। इंडिगो की टेक्निकल टीम, एयरपोर्ट अथॉरिटी और डीजीसीए की टीमें मौके पर मौजूद हैं। जब तक तकनीकी टीम विमान को फ्लाइट-फिट नहीं घोषित करती, तब तक उसे उड़ाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

विमान को रखा गया पार्किंग में, जांच जारी

इमरजेंसी लैंडिंग के बाद विमान को एप्रन एरिया (पार्किंग) में भेज दिया गया, जहां करीब दो घंटे तक उसकी जांच होती रही। यात्रियों को meanwhile एराइवल हॉल में बैठाकर नाश्ता-पानी आदि का इंतज़ाम किया गया।

क्या है मेडे कॉल?

‘मेडे’ (Mayday) एक इमरजेंसी कॉल होती है, जिसे पायलट तब भेजता है जब विमान या उसमें सवार लोगों की जान को तत्काल खतरा हो। यह एविएशन में सबसे उच्च स्तर की चेतावनी मानी जाती है।

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