सुल्तानपुर: बिजली की शिकायत करने पर ऊर्जा मंत्री ने “जय श्री राम” और “जय बजरंगबली” के नारे लगाकर टाली बात…
सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश: जब जनता परेशान हो, व्यापार ठप हो, और बिजली कटौती से जीवन अस्त-व्यस्त हो जाए, तो क्या सरकार का कर्तव्य नहीं बनता कि वो जवाब दे? लेकिन बुधवार को सुल्तानपुर के सूरापुर में जो हुआ, उसने सरकार की जवाबदेही पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा अपने क्षेत्रीय दौरे पर सूरापुर पहुंचे थे। स्थानीय लोगों ने पूरे सम्मान के साथ फूल-मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। लेकिन जैसे ही आम जनता ने बिजली संकट की गंभीर समस्याएं सामने रखीं, मंत्री ने जवाब देने के बजाय "जय श्री राम" और "जय हनुमान" के नारे लगाकर माहौल से निकलने की कोशिश की।
जनता – सर कुछ कीजिए, व्यापारी बर्बाद हो रहे हैं 24 में बस 3 घंटे बिजली आती है ।
— खुरापात (@KHURAPATT) July 10, 2025
मंत्री जी – तो क्या हुआ, राष्ट्र धर्म में आस्था रखिए बोलिए जय श्रीराम, जय बिजलीबिन बली की ।
मंत्री जी को क्या ही मतलब उनके बंगले में तो 24 घंटे बिजली आ रही है ।
सरकार बेचैन नहीं,बस भक्तिमय है।… pic.twitter.com/XhI8Ad8GxF
एक बुज़ुर्ग ने जब मंत्री से कहा, "24 घंटे बिजली देने की बात की जाती है, लेकिन हमें 3 घंटे भी ठीक से बिजली नहीं मिल रही," तो मंत्री मौन रहे। व्यापारियों ने भी बिजली कटौती के चलते कारोबार प्रभावित होने की बात कही, लेकिन कोई आश्वासन नहीं मिला।
न जवाब, न समाधान, सिर्फ नारे।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि मंत्री ने शिकायतों को दरकिनार करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी और फिर अपनी गाड़ी में बैठकर मौके से निकल गए। यह घटना अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और जनता इसे सरकार की "असंवेदनशीलता" और "जनविरोधी रवैये" के तौर पर देख रही है। इस तरह की हरकतें गंभीर समस्याओं को धार्मिक नारों की आड़ में छुपाने की कोशिश हैं। इससे न सिर्फ जनता का विश्वास टूटता है, बल्कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की मूल भावना के भी खिलाफ है।