कोडीनयुक्त कफ सिरप के खिलाफ सोमवार को उच्च अधिकारियों ने पहली बार सरकार का रुख स्पष्ट किया। प्रमुख सचिव और डीजीपी ने कहा कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग और पुलिस व्यापक अभियान चला रही हैं। प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने सोमवार को पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि कोडीन प्रतिबंधित दवाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के तहत कार्रवाई हो रही है।
एसआईटी का गठन और जीरो टॉलरेंस नीति
प्रतिबंधित दवाओं के खिलाफ एसआईटी का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि सभी दवाइयां मानक के अनुरूप हों और मानक के अनुरूप न पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए। प्रमुख सचिव गृह ने यह भी बताया कि कोडीनयुक्त कफ सिरप से प्रदेश में किसी की भी मौत नहीं हुई है।उन्होंने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें एफएसडीए के अधिकारी शामिल हैं और कोडीनयुक्त कफ सिरप की जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेशभर में 128 एफआईआर दर्ज
पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने बताया कि 'नशा मुक्त भारत, नशा मुक्त उत्तर प्रदेश' के तहत कार्रवाई के दौरान 28 जनपदों के कुल 128 दवा प्रतिष्ठानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, जनपदीय पुलिस तथा यूपी एसटीएफ द्वारा समन्वित अभियान के तहत पिछले दो महीनों में औषधियों के अवैध व्यापार का भंडाफोड़ किया गया और बड़ी मात्रा में अवैध कफ सिरप जब्त किया गया।उन्होंने यह भी बताया कि सोशल मीडिया या अन्य किसी भी माध्यम से गलत या भ्रामक अफवाह फैलाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है, जिसके तहत वाराणसी में भी एफआईआर दर्ज की गई है।
279 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण: सचिव रोशन जैकब ने कोडीनयुक्त कफ सिरप के नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए बताया कि औषधि विभाग ने पूरे अभियान में 279 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। कई स्थानों पर कोडीनयुक्त सिरप को दवा नहीं बल्कि नशे के रूप में बेचने की पुष्टि हुई।
वाराणसी में 38 मामले दर्ज
औषधि विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 128 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई भी शामिल है। इस अभियान के तहत वाराणसी में 38, अलीगढ़ में 16, कानपुर में 8, गाजियाबाद में 6, महाराजगंज में 4, लखनऊ में 4 और अन्य जिलों में 52 मुकदमे दर्ज किए गए।उन्होंने बताया कि इस वर्ष 18 अक्टूबर को सोनभद्र पुलिस ने 2 ट्रकों से 1,19,675 बोतलें कोडीनयुक्त कफ सिरप बरामद कीं और तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। वहीं 1 नवंबर को रांची (झारखंड) में 13,400 बोतलें बरामद हुईं।