गुलाबी नगर में इटली के पर्यटक में कोरोना वायरस की जांच पॉजिटिव, भारत में अब तक 6 केस
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में भर्ती इटली के एक पर्यटक की कोरोना वायरस के लिए जांच रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने सोमवार (2 मार्च) को बताया कि जयपुर के सवाईमान सिंह चिकित्सालय (एसएमएस अस्पताल) में एक व्यक्ति की जांच के दौरान उसमें कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि रोगी के नमूनों को जांच के लिए सवाई मान सिंह कॉलेज की प्रयोगशाला में भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। उन्होंने बताया कि वायरस से संदिग्ध रूप से पीड़ित रोगी को अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने सोमवार (2 मार्च) को जयपुर में संवाददाताओं को बताया कि पर्यटक के 29 फरवरी को लिए गए पहले नमूने की जांच नेगेटिव पाई गई थी, लेकिन उसकी स्थिति में गिरावट के कारण दूसरा नमूना आज लिया गया जिसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। उन्होंने बताया कि चूंकि परीक्षण रिपोर्टों में भिन्नता है, इसलिए नमूनों को परीक्षण के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया है।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा, "इटली से एक यात्री 29 फरवरी को जयपुर में उतरा है। जांच में कोविड-19 के लक्षण मिलने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था। पहली रिपोर्ट निगेटिव थी, लेकिन बाद में दूसरी जांच में पॉजीटिव रिपोर्ट सामने आई है। मंत्री ने कहा, "इटली के यात्री को एसएमएस अस्पताल के निगरानी वार्ड में रखा गया है। दो जांच में अलग-अलग रिपोर्ट सामने आने के बाद उसके सैंपल को एक बार फिर से जांच के लिए भेजा गया है। 29 फरवरी तक जितने भी लोग उसके संपर्क में आए हैं, उनकी भी जांच की जाएगी।" इसके साथ ही भारत में कोरोना के मामले बढ़कर 6 तक पहुंच गए हैं।
वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार (2 मार्च) को बताया कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के दो और मामलों की पुष्टि हुई है। मंत्रालय के मुताबिक एक व्यक्ति दिल्ली में और एक तेलंगाना में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली के जिस व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है उसने हाल में इटली की यात्रा की थी, जबकि दूसरे ने दुबई की यात्रा की थी। उन्होंने बताया कि सरकार ने कोरोना वायरस के प्रति चौकसी और संक्रमण की पहचान एवं रोकथाम के लिए कदम उठाए हैं जिससे अकेले चीन में 2,912 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 58 देशों में यह फैल चुका है।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक पूर्व में वुहान विश्वविद्यालय के दो मेडिकल छात्रों सहित जिन तीन लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, उन्हें ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। तीनों केरल के त्रिशूर, अलाप्पुझा और कासरगोड जिले के रहने वाले हैं। दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हर्षवर्धन ने लोगों से जरूरी नहीं होने पर ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर की यात्रा करने से बचने की सलाह दी। बता दें कि इटली में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है जबकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अब तक 19 लोगों के इस विषाणु से संक्रमित होने की खबर है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली के जिस व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है उसने हाल में इटली की यात्रा की थी, जबकि दूसरे ने दुबई की यात्रा की थी। उन्होंने बताया, ''दोनों मरीजों ने कोरोना वायरस से संक्रमण के लक्षण जैसे सांस लेने में परेशानी, खांसी और बुखार होने के के बाद स्वयं इसकी सूचना दी। दोनों मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उनकी हालत स्थिर है और हालात पर करीब से नजर रखी जा रही है।"
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत सरकार ने ईरान और इटली की सरकार से भारतीयों को वहां से स्वदेश लाने पर चर्चा की है। कोरोना वायरस से उत्पन्न मौजूदा स्थिति की निगरानी करने और निवारण के उपाय करने के लिए गठित मंत्रियों के समूह की बैठक के बाद हर्षवर्धन ने कहा कि भारत ने चीन और ईरान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर पहले ही इन देशों के नागरिकों को जारी ई-वीजा/ वीजा रद्द कर दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ''स्थिति के अनुसार वीजा रोक का विस्तार अन्य देशों के लिए भी किया जा सकता है।" उन्होंने बताया कि हाल में ईरान से लौटे 1,086 लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखने की सिफारिश की गई है। हर्षवर्धन के मुताबिक प्रशासन काठमांडू, इंडोनेशिया, वियतनाम, मलेशिया, चीन, हांगकांग, थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और जापान से आने वाले यात्रियों की देश के 21 हवाई अड्डों पर जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक हवाई अड्डों पर 5,57,431 यात्रियों की और बंदरगाहों पर 12,431 लोगों की जांच की गई है।