MP News: सेना की बहादुरी का राजनीतिक एजेंडे के लिए इस्तेमाल गलत - दिग्विजय सिंह ने मंदसौर में कही बड़ी बात
दिग्विजय सिंह मंदसौर में प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आए
मध्यप्रदेश। सेना की बहादुरी का राजनीतिक एजेंडे के लिए इस्तेमाल गलत है - यह बात कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मंदसौर में कही है। वे यहां प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। उन्होंने दर्शन कर मीडिया से चर्चा की। ऑपरेशन सिन्दूर और संसद सत्र बुलाए जाने की मांग पर उनसे सवाल किये गए थे।
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मंदसौर के ऐतिहासिक पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। मंदिर में दर्शन के बाद उन्होंने पहलगाम की घटना के बारे में बात की। उन्होंने कहा, " मैं 1962 पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ। उस समय पांच सांसदों ने संसद की बैठक की मांग की। उनमें से एक अटल बिहारी वाजपेयी भी थे। मांग किए जाने पर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संसद का विशेष सत्र भी बुलाया गया। चर्चा तो होनी चाहिए। अगर राष्ट्रीय मुद्दे पर चर्चा नहीं की जाएगी तो संसद है किस लिए।
"हम भारतीय सेना की बहादुरी भरी लड़ाई और आतंकवाद से लड़ने के लिए सरकार का समर्थन करने के लिए इस देश की एकता की सराहना करते हैं। जिस तरह से प्रिसाइज और टार्गेटेड अटैक किये गए और आतंकी मारे गए वह सराहनीय है लेकिन, इस मामले का इस्तेमाल राजनीतिक एजेंडे के तौर पर किया जा रहा है, जो उचित नहीं है।"
बता दें कि, विपक्ष द्वारा ऑपरेशन सिन्दूर के बाद संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग की जा रही है। इस मांग पर सरकार का क्या निर्णय है यह अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिन्दूर लॉन्च किया था। इसके तहत पाकिस्तान और पीओके में भारत ने 100 से अधिक आतंकी मार गिराए थे।