जन्‍मदिन विशेष: विकास का पर्याय - उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल

Update: 2025-08-03 10:57 GMT

जन्‍मदिन विशेष : विंध्य की धरती से निकलकर मध्यप्रदेश की सत्ता के शिखर तक पहुंचने वाले श्री राजेंद्र का सार्वजनिक जीवन जनसेवा, विकास और पर्यावरणीय सरोकारों से गहराई से जुड़ा हुआ है। इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से आने के बावजूद उन्होंने जनसंपर्क और प्रशासनिक कार्यों में अद्वितीय दक्षता दिखाई। वर्ष 1998 में भारतीय जनता पार्टी से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने के बाद, वे शीघ्र ही पार्टी के भरोसेमंद नेतृत्वकर्ताओं में शामिल हो गए।

2003 में पहली बार विधायक चुने जाने के साथ ही उन्हें आवास एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का दायित्व सौंपा गया। इसके बाद वे लगातार विधानसभा के सदस्य चुने जाते रहे और अनेक महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी उन्होंने संभाली, जिनमें ऊर्जा, खनिज, विधि, जनसंपर्क, वाणिज्य, उद्योग, रोजगार और प्रवासी भारतीय विभाग शामिल हैं।

‘अटल ज्योति योजना’ की शुरुआत

श्री शुक्ल के कार्यकाल में मध्यप्रदेश ने ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई। उन्होंने गुजरात की ग्राम ज्योति योजना से प्रेरणा लेकर प्रदेश में ‘अटल ज्योति योजना’ की शुरुआत की, जिससे 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो सकी। उनका यह प्रयास प्रदेश के ग्रामीण और शहरी जीवन में व्यापक बदलाव लेकर आया।

रीवा में एशिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना

विंध्य क्षेत्र के विकास में उनका विशेष योगदान रहा है। रीवा में एशिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना उनके विजन और पर्यावरणीय प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस परियोजना ने प्रदेश को हरित ऊर्जा के नक्शे पर विशेष स्थान दिलाया। इसके अलावा, मुकुंदपुर वन क्षेत्र में व्हाइट टाइगर की पुनः स्थापना एक सांस्कृतिक और भावनात्मक पुनरुत्थान था, जिसे श्री शुक्ल ने संभव बनाया।

पर्यावरण संरक्षण, जलसंरचना और नगरीय सौंदर्यीकरण में भी उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए हैं। बीहर नदी पर रिवर फ्रंट, नगर वन और जलाशयों का पुनरुद्धार उनके पर्यावरणीय दृष्टिकोण को दर्शाते हैं। उन्होंने रीवा सहित विंध्य में सड़कें, पुल, रिंग रोड, तीर्थ स्थल और पार्कों का विकास कर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और जीवन गुणवत्ता को उन्नत किया।

शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में, संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना और सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण उनके समग्र विकास दृष्टिकोण का हिस्सा रहे हैं। युवाओं के लिए खेल परिसरों और आधुनिक खेल सुविधाओं का निर्माण भी उनके कार्यकाल की विशेष उपलब्धियाँ हैं।

13 दिसंबर 2023 को उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, श्री शुक्ल को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग सौंपे गए हैं। वे इन दायित्वों को भी पूरी निष्ठा और परिणामशीलता के साथ निभा रहे हैं।

श्री राजेंद्र शुक्ल कुशल प्रशासक और लोकप्रिय जनप्रतिनिधि हैं, उनकी पहचान एक ऐसे कर्मयोगी नेता के रूप में है, जिन्होंने विकास, पर्यावरण और संस्कृति के बीच संतुलन स्थापित किया है। उनका जीवन और कार्यशैली उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो राजनीति को जनसेवा का माध्यम मानते हैं।

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