MP सरकार का दावा: BRTS हटाने से मृत्यु में 70 और सड़क हादसों में 51 प्रतिशत कमी
Bhopal BRTS
मध्यप्रदेश। BRTS हटाए जाने से सड़क हादसों में 51 प्रतिशत की कमी आई है। यही नहीं इन सड़क हादसों में मरने वाले लोग भी 70 प्रतिशत कम हुए हैं। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट बैठक के दौरान कही है। आम सहमति के बाद भोपाल से BRTS कॉरिडोर हटाए जाने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद भोपाल की तर्ज पर इंदौर से भी बीआरटीएस कॉरिडोर हटाए जाने का निर्णय मुख्यमंत्री ने लिया था।
मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा जनवरी 2024 में भोपाल में बीआरटीएस को हटाने का निर्णय लिया गया था। कैबिनेट बैठक में बताया गया कि, इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। दुर्घटनाओं में 51% की कमी आई है। साथ ही हादसों के कारण होने वाली मौतें भी 70 % तक कम हो गई हैं।
भोपाल बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने का कार्य संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) से जनवरी में 2024 में शुरू किया गया था। इसके बाद चरणबद्ध रूप से शहर के सभी भागों से बीआरटीएस कॉरिडोर हटा दिया गया था। यातायात में सुगमता और जन सुविधा के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया था।
बीआरटीएस कॉरिडोर हटने के बाद सुविधा :
उल्लेखनीय है कि बीआरटीएस कॉरिडोर के मिसरोद से एम्प्री तक 6.4 किलोमीटर, रोशनपुरा से कमला पार्क तक 1.42 किलोमीटर, कलेक्ट्रेट कार्यालय से लालघाटी तक 1.73 किमी और हलालपुर से सीहोर नाका (बैरागढ़) तक 3.81 किलोमीटर तक 4 भाग हैं। हलालपुर से सीहोर नाका (बैरागढ़) तक बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने की कार्रवाई लोक निर्माण विभाग द्वारा की गई थी। शेष तीन भागों में नगर निगम भोपाल ने कॉरिडोर हटाया। कॉरिडोर हटने के बाद आवागमन के लिए 6 लेन की सुविधा उपलब्ध हुई।