सीआरपीएफ का 86वां स्थापना दिवस: 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद हो जायेगा खत्म- अमित शाह ने दोहराया, CRPF की 8 टुकड़ियों से ली सलामी
CRPF's 86th Foundation Day : मध्यप्रदेश। नीमच में गुरुवार को सीआरपीएफ ने 86वां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल दिवस समारोह मनाया है। इस कार्यक्रम के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देर रात नीमच पहुंचे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में स्थापना दिवस परेड के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। नीमच में 'शहीद स्थल' पर गृहमंत्री शाह बल ने वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा - "हमारी सरकार ने 31 मार्च 2026 तक देश में नक्सलवादी उत्पात को पूर्णतः समाप्त करने का दृढ़ संकल्प लिया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि CAPF, CRPF और कोबरा बटालियन इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे। 2019 में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद यह निर्णय लिया गया कि सीआरपीएफ का स्थापना दिवस देश के अलग-अलग हिस्सों में मनाया जाएगा। सीआरपीएफ का योगदान देश की सुरक्षा के लिए सबसे अहम रहा है। इन जवानों के हौसले और कर्तव्यपरायणता को कभी भुलाया नहीं जा सकता।"
"जब भी देश के किसी भी हिस्से में अशांति होती है, तो गृह मंत्री होने के नाते जब मुझे पता चलता है कि सीआरपीएफ के जवान वहां हैं, तो मुझे सुकून मिलता है और मैं अपने दूसरे काम भी करता हूं क्योंकि मुझे भरोसा है कि अगर सीआरपीएफ के जवान वहां हैं, तो सीआरपीएफ के जवानों की जीत निश्चित है... चाहे वह कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई हो या शांति बनाए रखने के लिए पूर्वोत्तर में मौजूद रहना हो और सबसे महत्वपूर्ण बात नक्सलियों को सिर्फ चार जिलों तक सीमित करना हो - इन सभी चीजों में सीआरपीएफ के जवानों का बड़ा योगदान है।"
समारोह में सीआरपीएफ की आठ टुकड़ियों द्वारा परेड की गई। इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह ने वीरता पदकों के लिए चयनित सीआरपीएफ कर्मियों को गैलेन्टरी मेडल्स प्रदान किए। कोबरा, आरएएफ, वैली, क्यूएटी और डॉग स्क्वॉड जैसी इकाइयों द्वारा भी विशेष प्रस्तुति दी गई।
27 जुलाई 1939 को ब्रिटिश शासनकाल में 'क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस' की स्थापना की गई थी, जिसे स्वतंत्रता के पश्चात 28 दिसंबर 1949 को देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने “सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ)” नाम दिया। सी.आर.पी.एफ. ने देशी रियासतों के एकीकरण से लेकर आंतरिक सुरक्षा, उग्रवाद-आतंकवाद विरोधी अभियानों, अंतर्राष्ट्रीय शांति स्थापना, वीआईपी सुरक्षा और आपदा प्रबंधन तक अनेक मोर्चों पर सशक्त भूमिका निभाई है। आज यह विश्व का सबसे बड़ा और सुसज्जित अर्धसैनिक बल है।
सी.आर.पी.एफ. स्थापना दिवस हर साल 19 मार्च को मनाया जाता है। इसी दिन साल 1950 में तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा बल को ध्वज प्रदान किया गया था। इस वर्ष परेड 17 अप्रैल को विस्तारित समारोहों के तहत आयोजित की जा रही है। नीमच की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी इस अवसर पर विशेष महत्व रखती है।