आधुनिक और परंपरागत ज्ञान को खेती से जोड़ें: “खेती को फायदे का धंधा बनाएंगे, किसान की जिंदगी संवारेंगे” - शिवराज सिंह चौहान

Update: 2025-05-20 13:10 GMT

नई दिल्‍ली: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि को किसानों के लिए फायदे का सौदा बनाने के लिए स्टार्टअप का आह्वान किया है। उन्होंने दिल्ली के पूसा में एक कार्यक्रम में कहा कि हमारी रणनीति तैयार है, हमें मिलकर 6 काम करना है, उत्पादन बढ़ाना, पर हेक्टेयर ईल्ड कैसे बढ़े, दूसरा लागत कैसे कम हो, उत्पादन के दाम ठीक देना है, फूड प्रोसेसिंग में क्या-क्या सोच सकते हैं। चौथा है नुकसान हुआ तो उसकी भरपाई। उसके बाद कृषि का विविधीकरण और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि आधुनिक ज्ञान और परंपरागत ज्ञान का संगम कैसे हो यह सोचा जाए।

उन्होंने ने कहा कि देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और आईसीएआर संस्थान के प्रमुख अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा कि किसान की जिंदगी कैसे बेहतर बनाएं, ये हमारा काम है। किसान अन्न के भंडार भरता है, जिससे फूड सिक्योरिटी सुनिश्चित होती है।

उन्होंने कहा कि “हम कुछ मुद्दों पर गंभीरता से विचार करने के लिए बैठे हैं। प्रधानमंत्री जी का संकल्प है विकसित भारत, ये मेरे लिए मंत्र है। मैं ऐसा कृषि मंत्री हूँ, जो अभी पदयात्रा कर रहा हूँ 25 और 26 को। लोगों को जोड़ना है तो पैदल चलने से बढ़िया कुछ नहीं है। विकसित भारत के लिए विकसित कृषि और समृद्ध किसान।”

यह भी कहा

- हमारा उद्देश्य एक है, देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना, और भारत को दुनिया का फूड बास्केट बनाना।

- किसानों की आजीविका भी सुनिश्चित करना है, इसे फायदे का धंधा बनाना है नहीं तो खेती कौन करेगा?

- शोध पत्रों और पुस्तकों का लाभ आम किसान को होना चाहिए।

- यूनिवर्सिटी से निकले कितने बच्चे एग्रो बिजनेस से जुड़े हैं, इसका आकलन किया जाए।

- किसी ने स्टार्टअप शुरू किया है, किसी ने खेती शुरू की है कि नहीं, इसका अध्ययन करें।

- कृषि की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वो शिक्षा खेती के काम आना चाहिए। पढ़ाई व्यावहारिक होना जरूरी है।

- सैलेरी और रिसर्च का अनुपात क्या होना चाहिए, संसाधनों का बेहतर उपयोग कैसे हो यह देखें।

- किसानों की मदद के लिए मोबाइल एप या हेल्पलाइन भी होना चाहिए। * देखें कि हम अपने क्षेत्र में किसानों की क्या मदद कर सकते हैं?

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