बासमती चावल को लेकर ट्रंप की नई टैरिफ धमकी: क्या भारत पर होगा इसका कोई असर?
Donald Trump News Tarrif Threat: डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी किसानों की गुहार सुनते हुए व्हाइट हाउस में एक बैठक के बाद भारत के चावल पर नया टैरिफ लगाने के संकेत दिए हैं।
नई दिल्लीः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे भारतीय चावल समेत अन्य एग्रीकल्चर प्रोडक्ट पर नए टैरिफ लगा सकते हैं। उसके इस बयान के बाद से इंडियन शेयर मार्केट में चावल का स्टॉक कम हो गया। उन्होंने इंडियन राइस पर इंपोर्ट ड्यूटी के संकेत के बाद बाजारों में चावलों पर गिरावट आई है। इसके साथ ही यह सवाल उठने लगे हैं कि ट्रंप की नई टैरिफ नीति का असर भारत पर पड़ने वाला है।
ट्रंप के नए टैरिफ संकेत के बाद कोहिनूर फूड्स, एलटी फूड्स, केआरबीएल और चमन लाल सेतिया एक्सपोर्ट्स के शेयरों में गिरावट आई है। इसकी वजह है निवेशकों को भारतीय चावल के लिए अमेरिकी बाजार में पहुंचने में अड़चन हो सकती है।
व्हाइट हाउस की बैठक में ट्रंप ने किया सवाल
दरअसल, भारतीय चावलों पर टैरिफ लगाने का संकेत तब सामने आया जब व्हाइट हाउस की बैठक में ट्रंप ने सवाल किया कि भारत को एक्स्ट्रा टैक्स दिए बिना यूएसए में बड़ी मात्रा में चावल भेजने की अनुमति क्यों है। बता दें कि विदेशी आयात से अमेरिकी किसान परेशान हैं। उन्होंने सख्त कदम उठाने की मांग की थी। इसके बाद ट्रंप ने कहा कि कुछ देश अमेरिका में चावल को डंप कर रहे हैं। यानी सस्ते दामों में बेचा जा रहा है। इससे अमेरिकी चावल उत्पादकों की कमर टूट रही है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, "वे ऐसा नहीं कर सकते। हम इसकी इजाजत नहीं देंगे।
भारत-अमेरिका ट्रेड डील से पहले आया बयान
ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है जब इंडिया और अमेरिका 10 दिसंबर के दिन नई दिल्ली में व्यापारिक समझौते को लेकर दूसरे दौरे की तैयारी कर रहें। ट्रेड डील के लिए अमेरिकी राजदूत रिक स्वित्जर 10 और 11 दिसंबर के दिन इंडियन ऑफिशियल से मुलाकात करेंगे। इस दौरान संभावना है कि दोनों के बीच लाभ के हितों को ध्यान में रखते हुए ट्रेड डील को कर सकते हैं।
ट्रंप के चावल टैरिफ का भारत पर असर
अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत सहित अन्य देशों के चावल निर्यात पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाने की चेतावनी का भारतीय चावल एक्सपोर्ट पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। इसमें खासकर बासमती चावल के निर्यात पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। हालांकि एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि ट्रंप यदि अपनी धमकी पर अमल करते हैं तो बासमती चावल पसंद करने वाले अमेरिकी उपभोक्ताओं को नए शुक्लों का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
2024-25 में इतने टन का हुआ था एक्सपोर्ट
फाइनेंशियल ईयर 2024-2025 के दौरान भारत ने 337.10 मिलियन डॉलर कीमत का बासमती चावल एक्सपोर्ट किया था। इसकी कुल मात्रा 274,213.14 मीट्रिक टन (MT) थी। भारतीय चावल निर्यातक संघ (IREF) के आंकड़ों के अनुसार, यह अमेरिका को भारतीय बासमती चावल का चौथा सबसे बड़ा बाजार बनाता है।कब लगा था भारत पर अमेरिकी टैरिफ
अमेरिका ने 1 अगस्त से भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था। इसके बाद रूस से क्रूड ऑइल की निरंतर खरीद का हवाला देते हुए 25 प्रतिशत का एक्स्ट्रा वृद्धि की थी। ट्रंप ने हाल ही में अमेरिका में बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए भारत से आयातित मसालों और चाय सहित कई खाद्य पदार्थों पर टैरिफ में ढील दी थी।लेकिन, बासमती चावल को टैरिफ कटौती सूची में शामिल नहीं किया गया था।