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टकराव: सिंधिया आज करेंगे पुल का उद्घाटन और अस्पताल का शिलान्यास

Update: 2019-03-05 04:57 GMT

भाजपा करेगी विरोध, रेलवे स्टेशन से सिंधिया को सुरक्षा घेरे में रखेंगे कांग्रेसी

ग्वालियर, न.सं.

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार पांच मार्च को शताब्दी एक्सप्रेस से ग्वालियर आएंगे। तत्पश्चात प्रात: 9.45 बजे निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज (सिंधिया कन्या विद्यालय से मानसिंह प्रतिमा तक) का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद प्रात: 10.45 बजे जयारोग्य अस्पताल समूह के एक हजार बिस्तरों के अस्पताल के लिए आधारशिला रखेंगे। चूंकि भाजपा द्वारा अस्पताल के भूमिपूजन का विरोध किया जा रहा है, इसलिए कांग्रेस ने सोमवार को साधारण सभा की बैठक में निर्णय लिया कि पार्टी कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन से सिंधिया को सुरक्षा घेरे में रखेंगे। वहीं भाजपा ने भी सोमवार को एक बैठक आयोजित कर दोहराया कि वह इस कार्यक्रम का सडक़ों पर उतरकर पुरजोर विरोध करेंगे। इस तरह दोनों दलों के बीच टकराव को देखते हुए पुलिस एवं जिला प्रशासन असमंजस में है। वह टकराव टालने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम करने जा रहा है। उल्लेखनीय है कि आने वाले लोकसभा चुनाव की दृष्टि से भाजपा व कांग्रेस में विकास कार्यों के भूमिपूजन, लोकार्पण व उद्घाटन को लेकर राजनीति गर्माई हुई है। इसमें उस समय उबाल आ गया, जब मुरैना सांसद अनूप मिश्रा ने गत रोज पत्रकार वार्ता लेकर अस्पताल के भूमिपूजन का सडक़ पर उतरकर विरोध करने की बात कही, लेकिन उनकी इस धमकी का कांग्रेस पर कोई असर नहीं हुआ, जिससे पांच मार्च को सिंधिया द्वारा किए जाने वाले पुल के उद्घाटन और अस्पताल के शिलान्यास के कार्यक्रम जस के तस हैं। यद्यपि भाजपा द्वारा पुल के उद्घाटन को लेकर अभी तक किसी तरह के विरोध की बात नहीं कही गई है। जबकि पुल के लिए 50 करोड़ की राशि में से 26 करोड़ रेलवे और 24 करोड़ लोक निर्माण विभाग दे रहा है। जिसे मंजूर कराने में केन्द्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर की अहम भूमिका रही है। खास बात यह है कि रेलवे और लोकनिर्माण विभाग पुल के उद्घाटन को फिलहाल तैयार नहीं है। ऐसे में श्री सिंधिया जल्दबाजी में उद्घाटन करने जा रहे है। इसी कड़ी मेें सोमवार को कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित साधारण सभा की बैठक की अध्यक्षता कर रहे शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से मुस्तैद रहने को कहा है, साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि भाजपा इस कार्यक्रम में किसी भी तरह का व्यवधान पैदा करने की कोशिश करेगी तो उसके परिणाम की जवाबदारी भाजपा की होगी। बैठक में विधायक मुन्नालाल गोयल, महाराज सिंह पटेल, राजकुमार शर्मा, अशोक प्रेमी, श्याम सिंह चौहान, सरोज मिश्रा, श्याम कुंवारी व्यास, जे.एच. जाफरी, ममता भिलवार, कृष्णराव दीक्षित, प्रवक्ता आनंद शर्मा, धर्मेन्द्र शर्मा, इब्राहिम पठान, संजीव दीक्षित सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।


उधर मोदी हाउस में सांसद अनूप मिश्रा की मौजूदगी में भाजपा की बैठक आयोजित हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि श्रेय के लिए सिंधिया जिस अस्पताल का पूर्व में ही भूमिपूजन हो चुका है, उसका पुन: भूमिपूजन करने आ रहे हैं। इनके पास विकास कार्य करने को नहीं हैं, इसलिए भाजपा द्वारा किए गए कार्यों को ही अपना बताने के प्रयास में लगे हुए हैं। इसके विरोध के लिए भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता मंगलवार को प्रात: नौ बजे थीम रोड कटोराताल पर एकत्रित होकर मेडिकल सभागार की ओर बढ़ेंगे। बैठक में जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा, अरुण कुलश्रेष्ठ, कनवर मंगलानी, राकेश गुप्ता, रीना सोलंकी, बृजेन्द्र सिंह जादौन, सतीश बोहरे, रमाकांत मेहते, विवेक चौहान आदि मौजूद थे।

प्रदेश सरकार को बड़े भाई के रूप में काम करना चाहिए: शेजवलकर

प्रदेश की कांग्रेस सरकार भाजपा शासित नगर निगमों के साथ भेदभाव पूर्ण काम करने में लगी है, जबकि प्रदेश सरकार को नगर सरकार को छोटा भाई मानकर बड़े भाई की तरह काम करना चाहिए, जिससे शहर तथा प्रदेश का चौमुखी विकास हो सके। यह बात सोमवार को नगर निगम ग्वालियर के महापौर विवेक शेजवलकर ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। श्री शेजवलकर ने कहा कि मध्यप्रदेश में जब से नई सरकार बनी है, तब से नागरिकों की सुविधा और विकास कार्यों की गति धीमी पड़ी है। प्रदेश भर में चुने हुए महापौरों व जनप्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन कांग्रेस सरकार द्वारा किया जा रहा है। हाल ही में मध्यप्रदेश के एक दर्जन महापौरों ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंटकर कांग्रेस सरकार द्वारा की जार रही अन्याय पूर्ण व दमनकारी गतिविधियों के विषय में जानकारी दी। छिंदबाड़ा व ग्वालियर महापौर को पद से हटाने के लिए दिए गए नोटिस इसका साक्षात प्रमाण है। छिंदबाड़ा महापौर को दिए गए नोटिस को न्यायालय द्वारा द्वेष पूर्ण कार्यवाही मानकर निरस्त कर दिया गया है। महापौर ग्वालियर को दिए गए नोटिस को भी न्यायालय में चुनौती दी गई है।

अस्पताल के भूमिपूजन कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा

महापौर श्री शेजवलकर ने कहा कि मंगलवार को जो एक हजार बिस्तर के अस्पताल का पुन: भूमिपूजन हाने जा रहा है, उसके लिए मेरे पास चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता का फोन आया है, लेकिन पुन: भूमिपूजन कार्यक्रम के माध्यम से पत्थर पर पत्थर लगाने के कार्यक्रम में मैं नहीं जाऊंगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय संस्था को सशक्त बनाने, पर्याप्त स्वायत्तता देने व सत्ता के विकेन्द्रीकरण की संविधान की भावना के विपरीत इस अलोकतांत्रिक आचरण की निंदा की जाना चाहिए। जनहित की सभी प्रचलित योजनाएं जैसे अमृत, मुख्यमंत्री अधोसंरचना, चुंगी क्षतिपूर्ति आदि की राशि नगरीय निकायों को उपलब्ध न होने से विकास कार्य रुक गए हैं। कांग्रेस सरकार की इस अन्याय पूर्ण व दमनकारी कार्यवाही के विरुद्ध प्रदेश के सभी नगर निगम एकजुट होकर संघर्ष करेंगे। इसके लिए योजना बनाई जा रही है।

पुन: भूमिपूजन से अतिथियों का हो रहा है अपमान

महापौर श्री शेजवलकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और वे पुन: भूमिपूजन में अतिथियों को बुलाकर उनका अपमान कर रही है और हम उस अपमान कार्यक्रम के भागीदार नहीं बनेंगे। नगर निगम के कार्यों के पुन: भूमिपूजन के मामले में उन्होंने कहा कि शेर कभी भी दूसरे के शिकार को नहीं खाता, वो अपना पेट भरने के लिए खुद शिकार करता है और हर बार सरकार बदलने पर प्रदेश सरकार व नगर निगम छोटे-बड़े भाई की तरह काम करती है। 

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