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ग्वालियर : मंडल अध्यक्षों के नामों को लेकर आपसी खींचतान की भेंट चढ़ी सूची

12 दिन बाद भी नाम तय नहीं, भाजपा नेताओं में नहीं बन पा रही सहमति

Update: 2019-11-28 08:57 GMT

प्रदेश के अन्य जिलों की सूची हो चुकी है जारी

ग्वालियर/वेब डेस्क। भारतीय जनता पार्टी ग्वालियर महानगर के मंडल अध्यक्षों के नाम 12 दिन बाद भी तय नहीं हो सके हैं, जबकि प्रदेश के ज्यादातर जिलों के मंडल अध्यक्ष तय हो गए हैं और प्रदेश नेतृत्व ने सूची भी जारी कर दी है। सूची अटकने के पीछे यह बात सामने आ रही है कि नामों को लेकर नेताओं में आपसी सहमति नहीं बन पा रही।

कहीं न कहीं आपसी खींचतान के चलते नाम तय नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि भाजपा संगठन एक-दो दिन में नाम तय होने की बात कह रहा है। भाजपा संगठन चुनाव के तहत मंडल अध्यक्षों के लिए 15 एवं 16 नवम्बर को महानगर में एक साथ रायशुमारी हुई थी। रायशुमारी के बाद नामों का पैनल बनाकर प्रदेश नेतृत्व को भेज दिया गया। ज्यादातर मंडलों में एक से तीन नाम पैनल में शामिल किए गए। चूंकि पैनल में ज्यादातर नाम ऐसे थे, जो प्रदेश संगठन द्वारा तय आयु सीमा में फिट नहीं बैठ रहे थे। इसके चलते पुन: कुछ नामों का पैनल मंगवाया गया।

वहीं नामों को लेकर नेताओं की आमराय नहीं थी, इसलिए कहीं न कहीं विवाद की स्थिति निर्मित हो रही थी। नेता अपने चहेतों को सूची में शामिल करवाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा हैं, साथ ही प्रदेश नेतृत्व तक इस संबंध में सिफारिश पहुंच रही है। इसके चलते प्रदेश नेतृत्व ने सूची रोक दी है। वहीं मंडल अध्यक्षों के नाम तय न होने से नेताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है और वह ग्वालियर से लेकर भोपाल तक जुगाड़ लगाने में जुटे हुए हैं।

इनका कहना है

संगठन चुनाव के तहत रायशुमारी के बाद मंडल अध्यक्षों के नामों का पैनल बनाकर प्रदेश नेतृत्व को भेज दिया गया है। अध्यक्षों की सूची प्रदेश संगठन द्वारा ही जारी की जाएगी।

बृजेन्द्र सिंह जादौन, उप जिला निर्वाचन अधिकारी, भाजपा संगठन चुनाव

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