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मुख्यमंत्री पर हमला करने वालों को जनता जवाब देगी : भाजपा

ग्वालियर में भाजपा नेताओं ने दिया धरना, कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप आरोपी कांग्रेसियों को गिरफ्तार करने की मांग की

Update: 2018-09-04 14:02 GMT

ग्वालियर/स्वदेश वेब डेस्क। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जन आशीर्वाद यात्रा रथ पर चुरहट में पथराव को भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की कायराना हरकत बताया हैं। हमले करने वाले कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी ने धरना दिया और धरने के बाद कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोपी कांग्रेस नेताओं को जल्दी गिरफ्तार करने की मांग की।

भाजपा जिला कार्यालय मुखर्जी भवन के सामने आयोजित धरने को सम्बोधित करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा को मिल रहे भारी जनसमर्थन से कांग्रेस कुंठित और बेचैन हो गई है, उसे समझ में आ रहा है कि उसका सत्ता में आने का सपना अब कभी पूरा नहीं होगा। कुंठाओं से उपजी हताशा कांग्रेस को इस स्तर तक ले जाएगी कि वे मुख्यमंत्री के वाहन पर ही पथराव करेंगे, यह सोचकर ही शर्म आती है, लेकिन इस बात के प्रमाण सामने आए हैं कि अजय सिंह के विधानसभा क्षेत्र में हुआ यह कायराना हमला सोची समझी साजिश का नतीजा है।

धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वेदप्रकाश शर्मा ने कहा कि जैसे मछली को पानी से बाहर निकाल लिया जाता है और वह जिस तरह तड़पने लगती है उसी तरह कांग्रेस का हाल है, वह सरकार में आने के लिए मछली की तरह तड़प रही है। सरकार में आने के लिए कांग्रेस निंदनीय, शर्मनाक और घटिया कार्य कर रही है। इन कार्यों से भाजपा और शिवराज का राज नहीं रुकेगा और विकास का रथ भी नहीं रुकेगा। पूर्व साडा अध्यक्ष जयसिंह कुशवाह ने कहा कि राजा महाराजाओं को एक गरीब किसान के लड़के का राज पंसद नहीं आ रहा है। कांग्रेस अपनी संभावित हार से बौखला गई है और हताशा में इस तरह के कृत्य करा रही है, जो लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले कई दिनों से प्रदेश का वातावरण बिगाड़ने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार मुख्यमंत्री के लिए अपशब्दों का प्रयोग करती रही है, लेकिन हमने संयम बरता क्योंकि भारतीय जनता पार्टी और उसके कार्यकर्ता अनुशासित और संस्कारित हैं।

धरने को सम्बोधित करते हुए साडा अध्यक्ष राकेश जादौन ने कहा कि हुए कांग्रेस शांति में अशांति फैलाने का काम करती है। आज कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई जैसे खिसियानी बिल्ली खंभा नौचे। उन्होंने कभी विकास के कार्य नहीं किए। इसलिए आज उन्हें विकास पंसद नहीं आ रहा है, मुख्यमंत्री की लोकप्रियता पंसद नहीं आ रही है। कांग्रेस अपनी आखिरी पारी खेल रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी कायराना घटनाएं निंदनीय हैं और इसके लिए जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विवेक जोशी ने कहा कि मध्यप्रदेश में हो रहे तेज विकास और सामाजिक सुरक्षा के कार्य कांग्रेस को रास नहीं आ रहे हैं। दुर्भाग्य से कांग्रेस को विकास के कारण अपना जनाधार खिसकता नजर आ रहा है।पिछले 15 सालों में मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की श्रेणी में लाकर खड़ा करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की लोकप्रियता में कांग्रेस को अपना पतन दिखाई दे रहा है। धरने को पूर्व महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष रामेश्वर भदौरिया, राकेश शर्मा, श्रीमती विनती शर्मा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती खुशबू गुप्ता, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह चौहान, मुख्यमंत्री जनकल्याण प्रकोष्ठ के जिला संयोजक नूतन श्रीवास्तव, विशंभर गुरू सहित आदि नेताओं ने भी संबोधित किया। धरने का संचालन जिला महामंत्री कमल माखीजानी ने किया एवं आभार प्रदर्शन जिला महामंत्री महेश उमरैया ने किया। धरने के अंत में जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा के नेतृत्व में माननीय राज्यपाल के नाम जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर पथराव करने वाले कांग्रेस नेताओं और उनके समर्थकों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई ।

धरने में शामिल होने वालों में पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ल, जीडीए अध्यक्ष अभय चौधरी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जयप्रकाश राजौरिया, महामंत्री शरद गौतम, राकेश गुप्ता, श्रीमती कमला सोनी, सुनीता शिवहरे, श्रीमती रेखा धौलाखंडी, श्रीमती नीता सिंघल, जिला मंत्री दीपक शर्मा, देवेंद्र पवैया, हरि सिंह तोमर, सोनू मंगल, राकेश खुरासिया गजेन्द्र राठौर, श्रीमती रीना सोलंकी, श्रीमती गीता बडौरी, कोषाध्यक्ष प्रमोद खंडेलवाल, अरुण कुलश्रेष्ठ, कार्यालय प्रभारी विनोद शर्मा, सुघर सिंह पवैया, विहवल सेंगर, सुशील वर्मा, दिनेश दीक्षित, अनिल त्रिपाठी, गंगाराम बघेल, मंडल अध्यक्षगण योगेश जैन, रामनिवास तोमर, दारासिंह सेंगर, रामप्रकाश परमार, विजय सक्सैना, जयंत शर्मा, महेंद्र सिंह सोलंकी, रमेश सेन, तिलकराज बैरी, सीपी मिश्रा, अभिनंदन त्यागी, गोपाल गांगिल, राजू सेठ, हरीश यादव, निर्दोष शर्मा, भरत दांतरे, श्रीमती खुशबू गुप्ता, धर्मेंद्र आर्य, बलराम बघेल, मनीष मांझी, परवेज खान, नीरू ज्ञानी, नरेंद्र सिकरवार, फैजल काजमी, धीर सिंह भदौरिया, संतोष गोडयाले, भानुप्रताप सिंह, अन्नू तोमर, घनश्याम शर्मा, गौरव कुलश्रेष्ठ सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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