अब पहली बार दौड़ेगी सौर ऊर्जा से ट्रेन!

Update: 2019-03-23 17:23 GMT

रेलवे और भेल जल्द करेगा करार, स्थापित होंगे सौर ऊर्जा प्लांट

भोपाल/प्रशासनिक संवाददाता। पर्यावरण संरक्षण की ओर रेलवे और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) एक नया कदम बढ़ाने जा रहे हैं। इसके लिए दोनों एक करार करने जा रहे हैं, जिसमें सौर ऊर्जा से ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। रेलवे में सौर ऊर्जा से अभी तक केवल स्टेशन की बिजली सप्लाई की जाती थी, जिससे लाइट व पंखे ही चलते थे, लेकिन अब सौर ऊर्जा से ट्रेन चलने वाली है। पश्चिम मध्य रेलवे देश का पहला जोन होगा, जहां सौर ऊर्जा से ट्रेन चलेगी।

भोपाल रेल मंडल अंतर्गत सूखी सेवनिया स्टेशन के पास ट्रेक किनारे रेलवे की लगभग 16 एकड़ जमीन पर भेल दो मेगावाट उत्पादन क्षमता का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित करेगा। इसमें उत्पादित हुई बिजली को भेल से रेलवे खरीदेगा। इस बिजली को रेलवे अपने ट्रेक्शन सब स्टेशन के माध्यम से ट्रेन परिचालन के लिए उपयोग में लेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि यह प्रोजेक्ट रेलवे और भेल के लिए नए कीर्तिमान गढ़ेगा। इसके सफल होने के बाद रेलवे इस तरह के कुछ और प्रोजेक्ट भी शुरू कर सकता है। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भेल के साथ करार होने पर रेलवे को फायदा होगा। इसके लिए उच्च स्तर पर बात चल रही है। जल्द ही इस योजना के शुरू होने की उम्मीद है। उम्मीद जताई जा रही है कि उक्त प्रोजेक्ट मई में शुरू हो जाएगा और अगले साल जनवरी तक इसमें बिजली उत्पादन शुरु हो जाएगा।

सस्ती होगी बिजली

इस प्रोजक्ट से रेलवे जो बिजली खरीदेगा वह सस्ती दरों पर मिलेगी। इसके दो कारण हैं पहला तो रेलवे की जमीन दूसरा उत्पादन लागत। वर्तमान में ट्रेन परिचालन के लिए पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा जिंदल और रत्नागिरी से बिजली खरीदी जा रही है। रेलवे इसके लिए लगभग 4.5 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान कर रहा है। नए प्रोजेक्ट से रेलवे कम दरों पर बिजली खरीदने की उम्मीद कर रहा है। हालांकि भेल ने अभी अपनी दरों को लेकर प्रस्ताव नहीं दिया है, पर उम्मीद जताई जा रही है कि लगभग 2 रुपए प्रति यूनिट की दर हो सकती है।

इनका कहना है

इसको लेकर अभी रेलवे के साथ चर्चा चल रही है। जल्द ही इस संबंध में अधिकारिक घोषणा की जाएगी।

-रोहित सिंह, सीनियर डीजीएम, कॉर्प कम्युनिकेशन, भेल नई दिल्ली

Similar News