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आतंकवाद पर दिखावा नहीं चलेगा पहले दाऊद व सलाहुद्दीन को सौंपो

Update: 2019-03-16 18:10 GMT

चौतरफा दबाव से डरा पाकिस्तान

नई दिल्ली/स्व.स.से.। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति और अंतरराष्ट्रीय दबाव से पड़ोसी देश डरा हुआ है। यही वजह है कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दिखावा कर रहा है। ऐसे में अब भारत की तरफ से पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर वह आतंकवाद के खिलाफ गंभीर है तो देश के दुश्मनो कों हमारे हवाले कर दे। भारत ने पाक को दो टूक संदेश देते हुए कहा है कि अगर पाकिस्तान वास्तव में आतंकवाद के खात्मे को लेकर गंभीर है और ठोस कार्रवाई करना चाहता है तो उसे वहां छिपे बैठे दाउद इब्राहिम व सैयद सलाहुदीन जैसे भारत के दुश्मनों को सौंप देना चाहिए। आतंक के ये आका भारतीय नागरिक हैं और पाकिस्तान में छिपे बैठे हैं। भारत सरकार की तरफ से कहा गया है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद बने माहौल में भी पाकिस्तान जैश-ए-मुहम्मद और उसके जैसे अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई भी भरोसेमंद कार्रवाई करने में असफल रहा है। भारत ने पाकिस्तान द्वारा कुछ आतंकियों को हिरासत में लिए जाने के कदम को दिखावा करार दिया है। साथ ही ये भी कहा है कि इस तरह के दिखावे से कुछ भी हल होने वाला नहीं है।

तो फिर होगी पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई

लखनऊ। भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने आज पाकिस्तान और कश्मीर के आतंकियों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने दोनों का बिना नाम लिए दो टूक कहा कि यदि माहौल बिगाड़ा गया तो वह पाकिस्तान के खिलाफ फिर से बड़ी कार्रवाई करेंगे। जनरल बिपिन रावत आज लखनऊ में आसियान और आसियान प्लस देशों के फील्ड मेडिकल एक्सरसाइज मेडेक्स-2019 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। म्यांमार के साथ आतंकी ठिकानों को नष्ट किए जाने पर भी उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों की जमीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं होगा। जिसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। अब भी पाकिस्तान में चल रहे आतंकी शिविरों पर कार्रवाई के लिए सेना की योजना तैयार है। भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां होंगी। उन्होंने कहा लक्ष्य तय होने के बाद ही सेना कार्रवाई करती है। चुनावी माहौल का सेना की कार्रवाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

अजहर के मुद्दे पर चीन के साथ वार्ता कर रहे अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड

वाशिंगटन। ऐसा माना जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन चीन के साथ गहन सद्भावना वार्ता कर रहे हैं, ताकि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादी घोषित करने को लेकर कोई समझौता किया जा सके। मामले के जानकार लोगों के अनुसार यदि इस प्रयास के बावजूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित नहीं किया जाता तो तीन स्थायी सदस्य इस मुद्दे पर खुली बहस के लिए प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र की सबसे शक्तिशाली शाखा में पेश करने की योजना बना रहे हैं। चीन ने अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए के संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति में पेश प्रस्ताव को पिछले दिनों चौथी बार बाधित किया था।

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