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बुआ-भतीजा करेंगे चुनावी रैलियां

Update: 2019-03-15 16:58 GMT

16 अप्रैल को आगरा और 19 व 20 को मैनपुरी व फिरोजाबाद में संयुक्त रैली

लखनऊ/ब्यूरो उप्र के चुनावी दंगल में भाजपा को मात देने के लिए बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती 1995 के गेस्ट हाउस कांड को भुलाकर अपने धुर विरोधी और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह के लिए वोट मांगती नजर आ सकती हैं। लोकसभा चुनाव में प्रदेश में सपा, बसपा और आरएलडी के महागठबंधन को जीत दिलाने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और मायावती और रालौद के अजीत सिंह 1१ रैलियां करेंगे। सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी ने महागठबंधन के चुनाव प्रचार का कार्यक्रम तैयार किया है। इसके तहत रैलियों की संभावित तारीखें और स्थान निर्धारित किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इस सूची में 19 अप्रैल को मैनपुरी में रैली प्रस्तावित है। इस रैली में मुलायम सिंह यादव के साथ मंच पर बसपा प्रमुख मायावती भी नजर आ सकती हैं। वर्ष 1992 में मुलायम सिंह यादव ने जनता दल से अलग हो कर समाजवादी पार्टी बनाई थी। पार्टी बनाने के बाद भाजपा का रास्ता रोकने के लिए मुलायम ने 1993 में बहुजन समाज पार्टी से हाथ मिलाया और सरकार बनाई। हालांकि मायावती इस सरकार में शामिल नहीं हुई थीं। मायावती के समर्थन वापसी के ऐलान के बाद मुलायम सरकार अल्पमत में आ गई। गोरखपुर और फूलपुर के उपचुनाव में सपा प्रत्याशियों को जीत मिली थी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि नवरात्र के शुभ दिनों में 7 अप्रैल से प्रारम्भ संयुक्त रैलियों का क्रम 16 मई 2019 तक चलेगा। इसमें समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी-राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, मायावती एवं अजित सिंह मिलकर 11 रैलियां करेंगे। 16 अप्रैल को आगरा में होनेवाली संयुक्त रैली में आगरा, फतेहपुर सीकरी तथा मथुरा लोकसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व होगा। 20 अप्रैल को फिरोजाबाद में भी संयुक्त रैली होगी। माना जा रहा कि गठबंधन की इन संयुक्त रैलियों से यह संदेश भी जाएगा कि इसमें शामिल दलों के कार्यकर्ता एकजुट हैं और भाजपा के मुमकिन को वे अपने प्रयासों से नामुमकिन में बदलने को तैयार हैं।

आज आ सकती है भाजपा की पहली सूची

नई दिल्ली। आम चुनाव के ऐलान के बाद भाजपा की पहली सूची शनिवार को आ सकती है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उम्मीदवारों को लेकर फैसला हो सकता है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। इस सूची में ज्यादातर पहले चरण के उम्मीदवारों के नाम शामिल किए जा सकते हैं। पहले चरण में 11 अप्रैल को 91 सीटों पर मतदान होना है। भाजपा की पहली सूची में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की 42 सीटों के अलावा पश्चिम उप्र, बिहार, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों की कुछ सीटें भी शामिल हो सकती है। तेलंगाना और आंध्र की सभी सीटों पर पहले राउंड में ही मतदान है, इसके अलावा अन्य राज्यों की कुछ सीटें पर भी पहले राउंड में ही मतदान होना है। देश की 543 लोकसभा सीटों पर 7 चरणों में मतदान होना है और 23 मई को नतीजे आएंगे।

सपा की चौथी सूची जारी : अपर्णा का कटा टिकट

समाजवादी पार्टी की नई सूची (चौथी) अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के गले की फांस बन सकती है। इस सूची में चार नाम हैं, लेकिन मुलायम की बहू अपर्णा यादव गायब हैं। चर्चा है कि अपर्णा संभल से चुनाव लडऩा चाहती हैं, लेकिन उन्हें दरकिनार कर शफीकुर रहमान बर्क को टिकट दे दिया गया। माना जा रहा है कि अपर्णा ने टिकट के लिए अपने ससुर (मुलायम) से सिफारिश भी की थी, लेकिन पार्टी अध्यक्ष (अखिलेश) ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इस सूची में गोंडा लोकसभा से विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह, राम सागर रावत को बाराबंकी, तबस्सुम हसन को कैराना और शफीकुर रहमान बर्क को संभल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। अखिलेश यादव अभी तक प्रदेश की 15 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं।

अपना दल से भाजपा का गठबंधन बरकरार, मिर्जापुर से ही लड़ेंगी अनुप्रिया पटेल

लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश को लेकर बेहद गंभीर भारतीय जनता पार्टी ने अपना दल (एस) से अपना गठबंधन बरकरार रखा है। अपना दल की नेता और नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भेंट की। अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से सांसद और नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री हैं। अनुप्रिया पटेल ने आज नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भेंट की। उनके साथ उनके पति तथा उत्तर प्रदेश में विधान परिषद सदस्य आशीष सिंह पटेल भी थे। इस मुलाकात के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ अपना दल (एस) का गठबंधन बरकरार रहेगा।

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