देहरादून। कोरोना महामारी के कारण पहली बार सिर्फ 15-16 लोगों की मौजूदगी में केदारनाथ धाम के पट बुधवार सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर खुले। मंदिर में उपस्थित मुख्य पुजारी ने सबसे पहले भगवान केदारनाथ की डोली की पूजा की और भोग लगाया। उसके बाद मंत्रोच्चारण के बीच मंदिर के कपाट खोले गए।1000 साल पुराने इस मंदिर के कपाट हार साल सर्दियों में छह महीने के लिए बंद किये जाते है। कपाट खुलने के बाद पहली पूजा प्रधानमंत्री मोदी के नाम से की गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया।
मंदिर के कपाट है साल पूजा और भोग लगाने के लिए खोला जाता है। लेकिन इस बार कोरोना आपदा के कारण यहां भक्तों के दर्शन पर रोक लगीं है। जिसके कारण मंदिर और यात्रा से जुड़ी कई परंपराओं को बदलना पड़ा है। इस बार केदारनाथ मंदिर के रावल कपाट खुलने के दौरान मौजूद नहीं थे। वह 19 अप्रैल को महाराष्ट्र से उत्तराखंड पहुंचे और ऊखीमठ में 14 दिन के क्वारैंटाइन में हैं। रावल 3 मई को केदारनाथ पहुंचेंगे।