बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठ के शक में 1 हजार से ज्यादा लोगों की जांच, 100 संदिग्ध रडार पर

Update: 2025-12-24 05:41 GMT

राजधानी रायपुर में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ की आशंका को लेकर पुलिस ने व्यापक अभियान चलाया है। मंगलवार तड़के पुलिस ने ऑपरेशन समाधान के तहत शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में सरप्राइज चेकिंग की। इस दौरान दूसरे राज्यों से आए 1,000 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई, जिसमें करीब 100 लोग संदिग्ध पाए गए। इन संदिग्धों के दस्तावेज संदिग्ध या अमूर्त मिले।

पहले भी हुई थी कार्रवाई

गौरतलब है कि करीब 11 महीने पहले भी रायपुर पुलिस ने इसी तरह का अभियान चलाकर 224 संदिग्धों पर कार्रवाई की थी। एक बार फिर इस अभियान ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था और घुसपैठ के मुद्दे को लेकर सनसनी फैला दी है।

ऑटो चालक और मजदूर बने संदिग्ध

संदिग्धों में अधिकांश ऑटो चालक, निर्माण मजदूर और दिहाड़ी श्रमिक हैं। ये सभी मोवा, टिकरापारा, खमतराई और उरला इलाके में रह रहे हैं। इन लोगों की गतिविधियों पर अब कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में सरप्राइज चेकिंग

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यह अभियान एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह के निर्देश में सुबह करीब 4 बजे शुरू किया गया। शहर के मोवा, टिकरापारा, खमतराई, उरला और सिविल लाइन थाना क्षेत्रों में पुलिस टीमों ने एक साथ दबिश दी। सीएसपी रैंक के अधिकारियों की अगुवाई में बीट वाइज संदिग्धों को चिन्हित कर पूछताछ की गई।

इस अभियान में दूसरे राज्यों से आकर रायपुर में रह रहे करीब 1,000 से ज्यादा लोगों की पहचान और दस्तावेजों की जांच की गई। शुरुआती जांच में 100 से अधिक लोग संदिग्ध पाए गए, जिनके पास वैध पहचान पत्र नहीं थे। पुलिस के अनुसार, ये लोग खुद को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश बॉर्डर इलाके का निवासी बता रहे हैं।

कब और कैसे आए, जवाब साफ नहीं

पुलिस की पूछताछ के दौरान ज्यादातर संदिग्ध यह स्पष्ट नहीं कर पाए कि वे कब और किस रास्ते से रायपुर आए। अधिकांश ने केवल पिछले एक-दो साल में शहर आने की बात कही। इससे पहले वे कहां रहते थे और उनके स्थायी दस्तावेज कहां हैं, इस पर संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका।

मोबाइल नंबर और नेटवर्क की जांच

पुलिस ने संदिग्धों के मोबाइल नंबरों की तकनीकी जांच भी शुरू कर दी है। कॉल डिटेल्स और नेटवर्क लोकेशन के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इनके संपर्क किन-किन लोगों से हैं और कहीं किसी संगठित नेटवर्क से तो इनका संबंध नहीं है।

पुलिस लाइन में दस्तावेजों की जांच

सभी संदिग्धों को पुलिस लाइन लाकर उनके दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

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