जिस युवक की हत्या के आरोप 3 दोस्त गिरफ्तार, वह 'मौत' के 61 दिन बाद वापस आया घर
जशपुर जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने तीन युवकों को जिस युवक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया वह 61 दिन बाद जिंदा लौट आया।
जशपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक चौंकाने वाल वाला मामला सामने आया है। इसने पहले घरवालों को हैरान कर दिया फिर खुशी में भर दिया। जिस युवक की हत्या के आरोप ने पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वह युवक 61 दिन बाद वापस लौट आया। उसने पुलिस स्टेशन पहुंचकर खुद गवाही दी वह जिंदा है। वहीं, उसके मर्डर के आरोप में जो लोग पकड़े गए हैं वह निर्दोष हैं। अब पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
दरअसल, मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले का है। यहां दो महीने पहले एक युवक की अधजली हुई लाश मिली थी। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि यह लाश सीमित खाखा नाम के युवक की है। पुलिस ने बॉडी उसके परिजनों को सौंप दी और परिजनों ने भी उसका अंतिम संस्कार कर दिया। उधर पुलिस की जांच जारी रही।
युवक की हत्या के आरोप में दोस्त गिरफ्तार
पुलिस ने मामले की जांच करते हुए मृतक युवक के तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने दावा किया कि तीनों ने मर्डर की बात कबूल कर ली है। पुलिस ने बताया कि इनके बीच कमीशन के पैसे को लेकर विवाद हुआ था जिसके बाद युवक हत्या कर दी। तीनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मर्डर का केस बंद कर दिया।
युवक के जिंदा घर पहुंचते आया मोड़
इस पूरे मामले में नया मोड शनिवार की रात को आया। जब सीमित खाखा अपने गांव सिटोंगा पहुंचा। परिजन उसे देखकर हैरान हो गए। पहले तो परिजनों को यकीन ही नहीं हुआ। उसके बाद उसने बताया कि वह जिंदा है। जिसके बाद गांव की सरपंच कल्पना खलखो उसे लेकर सिटी कोतवाली पहुंची। सीमित ने पुलिस को बताया कि वह झारखंड से आने वाली बस से उतरा था।
दोस्तों को बताया निर्दोष
सीमित ने पुलिस को बताया कि वह नौकरी की तलाश में झारखंड चला गया था। रांची में वह अपने साथियों से बिछड़ गया। जिसके बाद वह झारखंड के गिरिडीह जिले के सरईपाली गांव में मजदूरी करने लगा था। उसने पुलिस को बताया कि उसके पास मोबाइल फोन नहीं था, जिस कारण से वह अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पाया। जब घर लौटा तभी पूरे मामले की जानकारी हुई।
अब जब मृतक युवक जिंदा आ गया है तो पुलिस उलझ गई है। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि बॉडी किसकी थी उसकी जांच के लिए विशेष जांच टीम गठित की गई है। पहले जो सबूत मिले थे उस आधार पर कार्रवाई की गई थी। अब नए सिरे से मामले की जांच होगी। वहीं, गिरफ्तार आरोपियों की रिहाई के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है।