छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में एक मंदिर परिसर में आयोजित क्रिसमस पार्टी विवाद का कारण बन गई। यह आयोजन ईसाई समुदाय की नवजीवन सेवा समिति द्वारा किया गया था, लेकिन प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई थी। जैसे ही यह बात स्थानीय हिन्दू संगठनों तक पहुँची, हंगामा शुरू हो गया और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
मंदिर परिसर में क्रिसमस पार्टी
खबर है कि पार्टी में नॉनवेज भोजन और गिफ्ट वितरण की व्यवस्था की गई थी। मंदिर परिसर में इस तरह के आयोजन को लेकर स्थानीय समुदाय ने विरोध जताया। उनका आरोप था कि धार्मिक स्थल की पवित्रता का उल्लंघन हुआ और बिना अनुमति निजी कार्यक्रम किया गया, जिससे धार्मिक भावनाएँ आहत हुईं।
हिंदू संगठमनों ने किया हंगामा
हंगामे की सूचना पाते ही सिरगिट्टी थाना पुलिस मौके पर पहुँची। पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील की। हिन्दू संगठनों ने पुलिस में लिखित शिकायत भी दी, जिसमें आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
पुलिस ने प्रारंभिक जांच करते हुए धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी सार्वजनिक या धार्मिक स्थल पर आयोजन के लिए प्रशासनिक अनुमति जरूरी है। बिना अनुमति इस तरह के कार्यक्रम से कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।
पुलिस ने शांति की अपील
पुलिस ने स्पष्ट किया कि आयोजकों से दस्तावेज़ और अनुमति संबंधी पूछताछ की जा रही है। भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। प्रशासन ने सभी समुदायों से आपसी सौहार्द बनाए रखने और नियमों के तहत ही आयोजन करने की अपील की है।
हालांकि, इस घटना के बाद इलाके में फिलहाल शांति है, लेकिन पुलिस सतर्क है और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी कर रही है।