डिग्री हासिल कर लेने से विकास का सफर नहीं होता है समाप्त: राज्यपाल

राज्यपाल ने कहा डिग्री लेना वह अवसर होता है। जब हम अपने नए जीवन की शुरुआत की प्रतिज्ञा करते हैं। जीवन को नए सिरे से सवारने ‌का संकल्प लेते हैं। हमें शिक्षा का उपयोग समाज को बेहतर बनाने के लिए करना होगा।

Update: 2021-04-12 14:14 GMT

गोरखपुर: डिग्री हासिल कर लेने से विकास का सफर समाप्त नहीं हो जाता। ज्ञान से सृजन के नए रास्ते खुलते हैं। नागिन बहुत सी चुनौतियां सामने आएंगी, उनका डटकर मुकाबला करना होगा। अपने जीवन में विकास की नई पृष्ठभूमि तैयार करनी होगी। ऊचांइयों को छूने की अपार संभावनाएं है। इस दिशा में सरकारात्मक सोच के साथ निरंतर प्रयत्न करते रहने की जरूरत है।

कुलाधिपति व प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सोमवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के 39वें दीक्षांत समारोह को आनलाइन संबोधित कर रहीं थीं। राज्यपाल ने कहा डिग्री लेना वह अवसर होता है। जब हम अपने नए जीवन की शुरुआत की प्रतिज्ञा करते हैं। जीवन को नए सिरे से सवारने ‌का संकल्प लेते हैं। हमें शिक्षा का उपयोग समाज को बेहतर बनाने के लिए करना होगा।

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में समय बदलाव हो रहा है। उसके दृष्टिगत अपनी भावी योजना बनाएं। शिक्षा की नई नीति से स्वदेशी की भावना अधिक तीव्र होगी। इस शिक्षा नीति से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा। विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों से वैक्सीन उत्सव में सक्रिय रूप से निश्चित भागीदारी करनी चाहिए । जिससे कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सके।

विकास की राह पर बने रहने के लिए जड़ों को मजबूत करना जरूरी। हमें अपने रीति रिवाज धर्म संस्कृति को कभी भूलना नहीं चाहिए।

बतौर मुख्य अतिथि मांटगोमरी कालेज मैरीलैंड, अमेरिका के वाइस प्रेसिडेंट आफ एकेडमिक अफेयर डा. संजय राय ने आनलाइन संदेश में कि वह विकास को लेकर अपनी सीमा असिमित बनाएं परंतु हमेशा अपनी जड़ों और अपनी संस्कृति से जुड़े रहें। विकास की राह पर मजबूती से बने रहने के लिए जड़ों का मजबूत रहना बेहद जरूरी है।

डा. राय ने कहा कि निश्चित रूप से दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया और स्किल इंडिया इनिशिएटिव अभियान को अपना लक्ष्य पाने में सहयोग करेगा। कोरोना काल में भी उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाते रहने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना की।

समारोह की शुरुआत में कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। हाइब्रिड मोड में आयोजित समारोह में वार्षिक परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ‌54 विद्यार्थियों को को कुलपति ने गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। इस दौरान 67613 विद्यार्थियोें को स्नातक व परास्नातक की डिग्री दी गई। 155 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।

मेडल हासिल करने वालों में 80 प्रतिशत छात्राएं है । शोध की उपाधि हासिल करने वालों में छात्राएं ही आगे रहीं। पीएचडी उपाधि हासिल करने वाले शोधार्थियों में 61 फीसद छात्राएं रहीं।

Tags:    

Similar News